पलामू: 22 मार्च के बाद से बाजार की स्थिति पूरी तरह से बदल गई है. बाजार में खरीदारों की संख्या में 30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई है. एक तरफ लगातार महंगाई बढ़ रही और दूसरी तरफ बाजार में ग्राहक कम मिल रहे हैं. कोरोना काल का प्रभाव ऐसा हुआ कि कई वस्तुओं की कीमत बढ़ी तो कई की घट गई है. आवश्यक वस्तुओं का बाजार अनाज, दाल, सब्जी की महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. सिर्फ चावल की कीमत स्थिर है. इससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार को काफी नुकसान हुआ है.
लगातार बढ़ रही सब्जी और दाल की किमत
लॉकडाउन के बाद सब्जी और दाल की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है. सब्जी की किमत 70 से 90 फीसदी तक बढ़ गई है, जबकि दाल की किमत में 20 फीसदी के करीब बढ़ोतरी हुई है और यह बढ़ोतरी लगातार हो रही है. नवंबर 2019 में अरहर 70, मसूर 60 जबकि चना दाल 50 से 55 रुपये थे. लॉकडाउन के बाद अरहर 95 से 100, मसूर 70 से 80 जबकि चना 65 रुपये के करीब बिक रहा है. इसी तरह 20 रुपये बिकने वाला आलू 40, 20 रुपये बिकने वाला टमाटर 60, गोभी 60, पटल 50, भिंडी 50, कद्दू 40, परवल 60 रुपये किलो बिक रही है. 2019 में ये सभी सब्जियां आधी किमत पर बिक रही थी.
अनाजों और सब्जियों की कीमत लगभग आधी
अभी के मुकाबले नवंबर 2019 में अनाजों और सब्जियों की कीमत लगभग आधी थी. आलू अभी 40 में मिलता है तो 2019 में 15 से 20 रुपये में मिलता था. वहीं टमाटर की कीमत 2019 में 20-30 रुपये में, गोभी 20-25 रुपये में, परवल की कीमत 20-25 रुपये, भिंडी भी 20-25 रुपये में, जबकि कद्दू की कीमत 15 से 20 रुपये थी. वहीं विभिन्न दालों की बात करें तो अरहर दाल तब 80-85 रुपये में मिलती थी. वहीं, मसूर 60-70 रुपये में जबकि चना दाल की कीमत उस समय 45-50 रुपये थी. हालांकि, इस साल की तुलना में पिछले साल चावल के दाम में ज्यादा अंतर नहीं था.
कीमत में कुछ गिरावट की उम्मीद
सब्जी विक्रेता इरशाद और संजय बताते हैं कि ट्रांसपोर्ट का खर्चा बढ़ गया है. अभी किमत और बढ़ने की उम्मीद है. लोकल सब्जी बाजार में आने के बाद कीमत में कुछ गिरावट की उम्मीद जताई जा रही है.
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नहीं मिल रहे चावल के खरीदार
कोविड-19 में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में राशन कार्ड धारियों को बड़े पैमाने पर सरकार की तरफ से चावल उपलब्ध करवाए गए हैं. जिसका प्रभाव बाजारों पर पड़ रहा है. चावल व्यवसाय की माने तो सरकार ने लॉकडाउन के दौरान भारी मात्रा में चावल का वितरण किया है, जिसकी वजह से बाजार में ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं. उनका भारी नुकसान हो रहा है.
बाजार में और महंगाई बढ़ने की उम्मीद
डालटनगंज चेंबर कॉमर्स के अध्यक्ष विनोद उदयपुरी ने बताया कि बाजार में महंगाई अभी और बढ़ने की उम्मीद है. कई इलाकों में प्रोडक्शन कम हुआ है. लॉकडाउन के कारण कुशल कारीगर अपने-अपने घरों में थे, जिस कारण उत्पादन कम हुआ है. वह बताते हैं कि बाजार में बढ़ोतरी कुछ महीनों के बाद होगी.