पलामू: 18 वर्षीय लड़की ने आत्महत्या कर ली थी. पुलिस और समाज के डर से मृतका का अंतिम संस्कार किए बिना बहन और बहनोई ने मिल कर शव को दफनाया दिया था. इस पूरे मामले को लेकर मृतका की एक और बहन ने पुलिस के सामने खुलासा किया है. दरअसल, पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के टाउन थाना क्षेत्र के सोनार बांध के इलाके से 26 मार्च को पुलिस ने एक दफनाया शव मजिस्ट्रेट की निगरानी में बाहर निकाला था. 30 मार्च को एक महिला टाउन थाना पंहुची और मृतका की पहचान करते हुए पूरी घटना के बारे में पुलिस को बताया.
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मृतका की पहचान संतोषी कुमारी के रूप में हुई है. संतोषी को मिलाकर सभी पांच बहनें थी. माता-पिता नहीं है और पांच में से तीन बहनों की शादी हो चुकी है. सबसे छोटी बहन की शादी नहीं हुई है. मृतका की एक बहन ने पुलिस को बताया कि संतोषी कुमारी ने घर में आत्महत्या कर ली थी. इसकी जानकारी धीरे-धीरे सभी बहनों को हुई. घटना के बाद तीनों बहन और उनके पति ने मिलकर संतोषी के शव को दफना दिया. उसके बाद दो बहनों ने अपना घर भी बदल दिया और कहीं चली गई.
अंतिम संस्कार के लिए टाल मटोल
सभी बहनों में से एक ने सभी पर मृतका के अंतिम संस्कार के लिए दबाव बनाया लेकिन बहनें टाल मटोल कर रही थी. उसके बाद बहन थाना पंहुची और पुलिस को पुरी बात बताई. टाउन इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी अरुण कुमार माहथा ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से आत्महत्या में इस्तेमाल होने वाले कपड़े और अन्य सामग्री को जब्त किया है. शव को फॉरेंसिक जांच के लिए रिम्स भेजा गया है. मामले में मृतका के चाचा ने भी पुलिस का आवेदन दिया है और जांच करने की मांग की है.