पलामू: दिल्ली दंगों के दौरान मारे गए आईबी अधिकारी के नाम पर फर्जी आइडेंटिटी बनाने वाले ने पुलिस के समक्ष कई राज उगले हैं. पलामू के रेड़मा के रहने वाले सूरज प्रकाश ने आईबी अधिकारी अंकित शर्मा के नाम पर फर्जी आइडेंटिटी कार्ड बनाया था. मामले में मेदिनीनगर टाउन थाना में सूरज के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई थी. कुछ महीने पहले इसे यौन शोषण और मारपीट समेत अन्य गंभीर मामले में धनबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद पलामू पुलिस ने इसे रिमांड पर लिया. सूरज ने कई पलामू पुलिस के समक्ष कई खुलासे किए हैं. इसके पास से आईबी अधिकारी अंकित शर्मा का फर्जी आइडेंटिटी कार्ड बरामद किया गया है.
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सूरज प्रकाश ने पलामू पुलिस को बताया है कि आईबी अधिकारी की मौत के बाद उसका आइडेंटिटी कार्ड वायरल हो गया था. उसी वायरल आइडेंटिटी कार्ड से उसने फर्जी आईडी तैयार किया. सूरज ने पलामू में पहले से एक शादी कर रखी है. जानकारी के अनुसार सूरज उसने खुद को देवघर में जज बता कर धनबाद की एक लड़की के साथ मैट्रीमोनीयल साइट से संपर्क स्थापित किया और शादी की. लड़की के गर्भवती होने बाद उसने कुछ दवा खिलाया जिससे उसका गर्भपात हो गया. जिसके बाद लड़की को परिजनों ने गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया, इसी क्रम में सूरज भाग कर कोलकाता चला गया.
पीड़ित लड़की ने मामले में सूरज के खिलाफ धनबाद में एफआईआर दर्ज करवायी. पुलिस अधिकारी के अनुसार कोलकाता में सूरज में अपने पड़ोस में रहने वाली एक लड़की के साथ शादी की. कोलकाता की लकड़ी को इसने बताया कि वह आईबी अधिकारी है. शादी के बाद दोनों सामान्य रूप से रह रहे थे, एक दिन सूरज का अपने ड्राइवर के विवाद हो गया. विवाद के बाद ड्राइवर ने कोलकाता में रहने वाली लड़की को सूरज के बारे में सारी कहानी बता दी. जिसके बाद मामले में खुलासा हुआ. कोलकाता की लड़की ने धनबाद की पीड़िता से संपर्क किया और सूरज को पुलिस से गिरफ्तार करवाने में सहयोग किया. जिसके बाद धनबाद पुलिस ने सूरज को गिरफ्तार कर लिया. उसकी गिरफ्तारी के बाद पलामू पुलिस ने सूरज को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है. पूरे मामले में सूरस से आईबी, सीआईडी समेत कई सुरक्षा एजेंसियों ने भी पूछताछ की है.