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नेतरहाट सत्याग्रह में भाग लेंगे किसान नेता राकेश टिकैत, 29 वर्षों से नेतरहाट में गूंज रहा जान देंगे, जमीन नहीं देंगे

तीन कृषि कानून के खिलाफ एनसीआर में चले किसान आंदोलन के पोस्टर ब्वॉय राकेश टिकैत की धमक अब लातेहार में भी सुनाई देगी. किसान नेता टिकैत लातेहार के नेतरहाट पहुंचेंगे. यहां टुटवापानी में नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन नेतरहाट सत्याग्रह में शिरकत करेंगे.

Farmer leader Rakesh Tikait participation in Palamu Netarhat Satyagraha jharkhand
नेतरहाट सत्याग्रह में भाग लेंगे किसान नेता राकेश टिकैत
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Published : Mar 21, 2022, 6:16 PM IST

Updated : Mar 21, 2022, 8:36 PM IST

पलामूः नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को लेकर पिछले 29 वर्षों से जारी आंदोलन में किसान नेता राकेश टिकैत भाग लेंगे. इसके लिए राकेश टिकैत को सोमवार देर रात तक रांची पहुंच गए. यहां से वे लातेहार के नेतरहाट जाएंगे. यहां वे दो दिनों तक नेतरहाट के टुटवापानी में जारी आंदोलन, नेतरहाट सत्याग्रह में शिरकत करेंगे.

ये भी पढ़ें-मेनहर्ट घोटाला मामला: दो माह में आरोपियों का जवाब लेकर होगी कार्रवाई, सदन में बोले मंत्री आलमगीर आलम

बता दें कि झारखंड की राजधानी रांची से करीब 170 किलोमीटर दूर नेचर ऑफ हार्ट के नाम से मशहूर नेतरहाट में 1994 से यह सत्याग्रह चल रहा है. प्रत्येक वर्ष 23 और 24 मार्च को लातेहार, गुमला, लोहरदगा के इलाके से सैकड़ों परिवार नेतरहाट के टुटवापानी पंहुचते हैं और आंदोलन में भाग लेते हैं. इस बार इस आंदोलन की खास बात है कि किसान नेता राकेश टिकैत इसमें भाग लेने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.

इससे पहले केंद्रीय जन संघर्ष समिति ने 23 और 24 मार्च को दो दिवसीय विरोध सह संकल्प सभा का आयोजन किया है. यह संघर्ष समिति नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना को रद्द करने की मांग कर रही है और 29 वर्षों से इसके खिलाफ आंदोलन कर रही है. नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का आंदोलन अब तक के सबसे अधिक दिनों तक चलने वाले आंदोलनों में से एक है.

यह है मामलाः दरअसल, नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना के अनुसार 1471 वर्ग किलोमीटर में संघात क्षेत्र होगा, जबकि 9 वर्ग किलोमीटर के अंदर सैन्य शिविर बनेंगे. फील्ड फायरिंग रेंज के लिए कई गांवों के अधिग्रहित का प्रावधान है. इसके तहत लातेहार जिले के 52, जबकि गुमला के 138 गांवों को अधिग्रहित किए जाने की योजना है.

पलामूः नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को लेकर पिछले 29 वर्षों से जारी आंदोलन में किसान नेता राकेश टिकैत भाग लेंगे. इसके लिए राकेश टिकैत को सोमवार देर रात तक रांची पहुंच गए. यहां से वे लातेहार के नेतरहाट जाएंगे. यहां वे दो दिनों तक नेतरहाट के टुटवापानी में जारी आंदोलन, नेतरहाट सत्याग्रह में शिरकत करेंगे.

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बता दें कि झारखंड की राजधानी रांची से करीब 170 किलोमीटर दूर नेचर ऑफ हार्ट के नाम से मशहूर नेतरहाट में 1994 से यह सत्याग्रह चल रहा है. प्रत्येक वर्ष 23 और 24 मार्च को लातेहार, गुमला, लोहरदगा के इलाके से सैकड़ों परिवार नेतरहाट के टुटवापानी पंहुचते हैं और आंदोलन में भाग लेते हैं. इस बार इस आंदोलन की खास बात है कि किसान नेता राकेश टिकैत इसमें भाग लेने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.

इससे पहले केंद्रीय जन संघर्ष समिति ने 23 और 24 मार्च को दो दिवसीय विरोध सह संकल्प सभा का आयोजन किया है. यह संघर्ष समिति नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना को रद्द करने की मांग कर रही है और 29 वर्षों से इसके खिलाफ आंदोलन कर रही है. नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का आंदोलन अब तक के सबसे अधिक दिनों तक चलने वाले आंदोलनों में से एक है.

यह है मामलाः दरअसल, नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना के अनुसार 1471 वर्ग किलोमीटर में संघात क्षेत्र होगा, जबकि 9 वर्ग किलोमीटर के अंदर सैन्य शिविर बनेंगे. फील्ड फायरिंग रेंज के लिए कई गांवों के अधिग्रहित का प्रावधान है. इसके तहत लातेहार जिले के 52, जबकि गुमला के 138 गांवों को अधिग्रहित किए जाने की योजना है.

Last Updated : Mar 21, 2022, 8:36 PM IST
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