पलामूः नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को लेकर पिछले 29 वर्षों से जारी आंदोलन में किसान नेता राकेश टिकैत भाग लेंगे. इसके लिए राकेश टिकैत को सोमवार देर रात तक रांची पहुंच गए. यहां से वे लातेहार के नेतरहाट जाएंगे. यहां वे दो दिनों तक नेतरहाट के टुटवापानी में जारी आंदोलन, नेतरहाट सत्याग्रह में शिरकत करेंगे.
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बता दें कि झारखंड की राजधानी रांची से करीब 170 किलोमीटर दूर नेचर ऑफ हार्ट के नाम से मशहूर नेतरहाट में 1994 से यह सत्याग्रह चल रहा है. प्रत्येक वर्ष 23 और 24 मार्च को लातेहार, गुमला, लोहरदगा के इलाके से सैकड़ों परिवार नेतरहाट के टुटवापानी पंहुचते हैं और आंदोलन में भाग लेते हैं. इस बार इस आंदोलन की खास बात है कि किसान नेता राकेश टिकैत इसमें भाग लेने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.
इससे पहले केंद्रीय जन संघर्ष समिति ने 23 और 24 मार्च को दो दिवसीय विरोध सह संकल्प सभा का आयोजन किया है. यह संघर्ष समिति नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना को रद्द करने की मांग कर रही है और 29 वर्षों से इसके खिलाफ आंदोलन कर रही है. नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का आंदोलन अब तक के सबसे अधिक दिनों तक चलने वाले आंदोलनों में से एक है.
यह है मामलाः दरअसल, नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना के अनुसार 1471 वर्ग किलोमीटर में संघात क्षेत्र होगा, जबकि 9 वर्ग किलोमीटर के अंदर सैन्य शिविर बनेंगे. फील्ड फायरिंग रेंज के लिए कई गांवों के अधिग्रहित का प्रावधान है. इसके तहत लातेहार जिले के 52, जबकि गुमला के 138 गांवों को अधिग्रहित किए जाने की योजना है.