पलामू: बालिका गृह से लड़की को नहीं छोड़े जाने पर उसके परिजनों ने हंगामा किया है. वहीं लड़की ने बालिका गृह प्रबंधन को लिखे पत्र में कहा कि उसके परिजनों से उसे जान का खतरा है. बालिका गृह में रह रही लड़की के परिजन जब उसे लेने पहुंचे तो उसे बालिका गृह से नहीं छोड़ा गया, जिस पर परिजनों ने बालिका गृह के सामने जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि परिजन लड़की को ले जाने के लिए पांच कार और करीब डेढ़ दर्जन बाइक से बालिका गृह देर रात पहुंचे थे.
लड़की ने बालिका गृह प्रबंधन को आवेदन लिख कर दिया है कि उसे उसके परिजनों से खतरा है, उसके परिजन उसकी हत्या करना चाहते है. इसलिए वह अपने परिजनों के साथ नहीं जाना चाहती है. लड़की के आवेदन लिखने के बाद बालिका गृह से लड़की को नहीं छोड़ा गया. गुरुवार की दोपहर तक परिजन लड़की को अपने साथ ले जाने के लिए अड़े हुए थे.
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लड़की ने कुछ दिनों पहले ही प्रेम विवाह किया था जिसके बाद वह अपने पति के रिश्तेदार के यहां छतीसगढ़ भाग गई थी. गढ़वा पुलिस ने उसे छतीसगढ़ से बरामद किया था. इसके बाद सीडब्लूसी गढ़वा के माध्यम से उसे पलामू बालिका गृह में रखा गया है. बालिका गृह में लड़की दो जून से रह रही है. परिजन गढ़वा के रंका एसडीएम के पत्र को लेकर लड़की को ले जाने के लिए बालिका गृह पहुंचे थे. परिजनों ने लड़की का मानसिक इलाज कराने की बात बताकर उसे ले जाना चाहते थे. मामले में गढ़वा के रंका एसडीएम ने भी पत्र जारी किया है.
वहीं, पलामू पुलिस का साफ कहना है कि लड़की ने आवेदन दिया है, जिसमें उसने लिखा है कि उसे उसके परिजनों से खतरा है. इसलिए उसे बालिका गृह से नहीं छोड़ा गया है. फिलहाल लड़की ने सर्टिफिकेट दिखाया है कि वह बालिग है.