पलामू: आम बजट एक फरवरी को संसद में पेश होने वाला है. कोरोना काल के बाद पेश होने वाला यह बजट खास होगा. इस बजट से पलामू के लोगों को काफी उम्मीदें हैं. पलामू के लोग इस बजट से राहत की उम्मीद कर रहे हैं. कोरोना काल में बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी गई है. इस बजट से पलामू के युवा रोजगार के लिए कुछ घोषणा की उम्मीद कर रहे हैं.
शिक्षा और रोजगार के लिए होनी चाहिए विशेष घोषणा
पलामू के युवा सन्नी शुक्ला ने बताया कि कोरोना काल में देश के 12 करोड़ युवाओं की नौकरी गई है. केंद्र सरकार को युवाओं को लेकर खास ध्यान देना होगा, ताकि वे रोजगार से जुड़ सके. वहीं, रवि शंकर बताते हैं कि अक्सर बजट की घोषणा धरातल पर नहीं उतर पाती है. बजट में जो भी घोषणा हो, उसे सरकार धरातल पर उतारे, ताकि लोगों का कल्याण हो सके. इसमें शिक्षा और रोजगार के लिए विशेष घोषणा होनी चाहिए.
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धरातल पर नहीं उतरती है सरकार की योजना
इधर, वामपंथी विचारधारा वाले राजेंद्र पासवान का कहना है कि सरकार बजट की घोषणा तो कर देती है, लेकिन उसे धरातल पर उतारने में असफल रह जाती है. इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं है. सरकार को कृषि पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. व्यवसायी फिरोज अहमद ने बताया कि सरकार को व्यवसाय, कृषि और अन्य क्षेत्रों में ध्यान देने की जरूरत, क्योंकि कोरोना काल के बाद इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं.