पलामू: पलामू टाइगर रिजर्व में दो अलग-अलग बाघ मौजूद हैं. मार्च और नवंबर के महीने में देखे गए बाघ अलग-अलग हैं. दरअसल, पलामू टाइगर रिजर्व के उत्तरी क्षेत्र में एक सप्ताह पहले एक बाघ देखा गया था. सोमवार और मंगलवार को वह बाघ पीटीआर के दक्षिणी क्षेत्र में मौजूद था. दक्षिणी क्षेत्र में बाघ पहली बार कैमरा ट्रैप में आया है. कैमरा ट्रैप का फोटो और पद चिन्ह मिलने के बाद दो अलग-अलग बाघ की पुष्टि हुई है.
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इस संबंध में पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि एम स्ट्रिप और पद चिन्ह से यह पता चल रहा है कि दो अलग-अलग बाघ हैं. नवंबर के पहले सप्ताह में देखा गया बाघ मार्च में देखे गए बाघ से अलग है. फिलहाल बाघ पीटीआर के दक्षिणी क्षेत्र में मौजूद है. उन्होंने बताया कि वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट का भी पीटीआर इंतजार कर रही है. रिपोर्ट मिलने के बाद कई नई जानकारी निकल कर सामने आ सकती है. फिलहाल बाघ की गतिविधि को मॉनिटर किया जा रहा है और इलाके में ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की गई है. बाघ ने अभी तक मवेशियों का ही शिकार किया है.
मार्च के महीने में भी पलामू टाइगर रिजर्व के उत्तरी क्षेत्र में बाघ देखा गया था और बाद में उसने दक्षिणी क्षेत्र की तरफ रुख किया था. बाघ की मॉनिटरिंग के लिए पीटीआर ने तीन अलग-अलग टीमों को तैनात किया गया है. जिनमें 100 से अधिक कर्मी मौजूद हैं. पीटीआर के इलाके में देखे गए दोनों बाघ नर हैं. पीटीआर एमपी के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कॉरिडोर से जुड़ा हुआ है.