पलामू: मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में करीब 6 घंटे तक हंगामा और हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. इस हंगामें के दौरान तीन शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए परिजन घंटों तक इंतजार करते रहे.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर रामाशंकर की कुछ लोगों ने पिटाई कर दी थी. पिटाई के बाद डॉक्टर आक्रोशित हो गए और ओपीडी को ठप कर दिया. बाद में मेडिकल कॉलेज के सभी छात्र पहुंच गए और हंगामे में शामिल हो गए. कहा जा रहा है कि वह अपने 15 साल की बच्ची का शव लेकर मेडिकल कॉलेज पंहुचे थे, मौके पर मौजूद डॉक्टर रामाशंकर ने मौत की पुष्टि के लिए ईसीजी करवाने को कहा. बस फिर क्या था, इसी बात पर उनके साथ आए लोग भड़क गए और जूनियर डॉक्टर की पिटाई कर दी.
FIR के बाद माने जूनियर डॉक्टर
करीब 6 घंटे के बाद जूनियर डॉक्टर्स तब शांत हुए, जब उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई. मृतक बच्ची के परिजनों और स्थानीय लोगों ने पोस्टमॉर्टम को लेकर हॉस्पिटल के बाहर धरना दिया. आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर ही जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे. डॉक्टर रामाशंकर के लिखित आवेदन के आधार पर मेदिनीनगर टाउन थाना में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
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एएसपी का बयान
एएसपी के विजयशंकर ने बताया कि पुलिस मामले में अनुसंधान कर रही है और आगे की कार्रवाई करेगी. जूनियर डॉक्टर से मारपीट के बाद मृतक बच्ची के परिजन शव को लेकर चले गए. बताते चलें कि बच्ची का शव उसी के घर में फांसी के फंदे से झूलते हुए पाया गया था.