पालमूः नावाबाजार थाना के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव आत्महत्या मामला शांत होने के बदले गरमाता जा रहा है. झारखंड के पूर्व मंत्री, विधायक और सांसद ने आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. कांग्रेस के वरीय नेता सह पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि एडीजी स्तर के अधिकारी से मामले की जांच कराई जाए, ताकि दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सके.
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केएन त्रिपाठी ने कहा कि झारखंड में जिस तरह पुलिस अधिकारी आत्महत्या कर रहे हैं. यह चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है, जिसमें आत्महत्या मामले की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर सीएम से मुलाकात भी करेंगे और वस्तु स्थिति से अवगत कराएंगे. वहीं दारोगा लालजी यादव आत्महत्या मामले में राजद ने भी सवाल उठाया है. पलामू के पूर्व सांसद घूरन राम ने कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. हुसैनाबाद के पूर्व विधायक संजय सिंह यादव ने कहा है कि आत्महत्या की घटना कई सवालों को जन्म देती है. लालजी यादव अच्छे अधिकारी थे. इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए. इसको लेकर राज्य सरकार को शीघ्र अनुशंसा भेजनी चाहिए.
दारोगा लालजी यादव के शव का मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया. इस दौरान परिजन नाराज भी हो गए. हालांकि, पुलिस ने परिजनों को शांत कराया और शव को पैतृक गांव साहिबगंज के लिए रवाना किया. अधिकारियों ने कहा कि परिजनों को कोई आपत्ति है तो दुबारा पोस्टमार्टम भी संभव है. हालांकि, शव को रांची होते हुए साहिबगंज भेजा गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में नावाबाजार थाना में यूडी केस दर्ज है.