पलामू: पलामू पुलिस ने इंटरस्टेट गिरोह से जुड़े अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में इंटरस्टेट गिरोह का सरगना भी शामिल है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने तीन पिस्टल, तीन देसी कट्टा, तीन मैगजीन, 12 गोली बरामद की है. गिरफ्तार अपराधियों का नेटवर्क झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था.
दरअसल, कुछ दिन पहले पलामू के रेहला थाना क्षेत्र में सोनी हार्डवेयर दुकान के मालिक से अपराधियों ने दो करोड़ रुपए रंगदारी मांगी थी और रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी. इस दौरान अपराधियों ने दो राउंड फायरिंग भी की थी. पूरे मामले में सोनी हार्डवेयर के मालिक के आवेदन के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया था. पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान करते हुए रंगदारी मांगने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में इंटरस्टेट गिरोह का सरगना आनंद दुबे, दिव्यांशु शुक्ला, आशुतोष दीक्षित, अभिषेक तिवारी, श्याम प्रसाद, सूरज कुमार पासवान, कवलधारी विश्वकर्मा और अमित कुमार विश्वकर्मा के नाम शामिल हैं.
आनंद दुबे है गिरोह का सरगनाः गिरफ्तार आनंद दुबे गिरोह का सरगना है. आनंद दुबे उत्तर प्रदेश के चंदौली का रहने वाला है. आनंद दुबे पर उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कई बड़े अपराधिक घटनाओं के मामले दर्ज हैं. आनंद दुबे ने यूपी के बहराइच और छत्तीसगढ़ के दुर्ग में रंगदारी और लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया है. इस संबंध में पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार दिव्यांशु शुक्ला, आशुतोष दीक्षित, अभिषेक तिवारी यूपी के गोंडा के रहने वाले हैं, जबकि श्याम प्रसाद, सूरज कुमार पासवान, कमलधारी विश्वकर्मा और अमित कुमार विश्वकर्मा रेहला थाना क्षेत्र के मायापुर के रहने वाले हैं.
कवलधारी ने रहला में अपराधियों को दी थी पनाहः एसपी ने बताया कि कवलधारी विश्वकर्मा का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. वह पहले भी जेल गया है. जेल में उसकी मुलाकात आनंद दुबे से हुई. बाद में आनंद दुबे और कवलधारी ने मिलकर पलामू के इलाके में अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की योजना तैयार की थी. एसपी ने बताया कि कवलधारी ने सभी अपराधियों को रेहला के इलाके में पनाह दी थी और किराए के मकान में रखा था.
अपराधियों ने क्षेत्र में कई लूट की घटनाओं को दिया था अंजामः पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि हाल के दिनों में पलामू के नावाबाजार उंटारी और बिश्रामपुर के इलाके में बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्र के साथ कलेक्शन सेंटर में लूटपाट हुई थी. सभी अपराधी घटनाओं को इसी गिरोह ने अंजाम दिया था. पुलिस की पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ था कि यह अपराधी गिरोह पलामू के सदर छतरपुर, हरिहरगंज, उंटारी रोड, पाटन समेत कई इलाकों में ग्राहक सेवा केंद्र को निशाना बनाता था. लूटपाट के लिए सभी रेकी करता था. अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के लिए छत्तीसगढ़ के भिलाई के इलाके से सिम कार्ड खरीदा था. इसी नए सिम कार्ड से घटनाओं को अंजाम देता था.