पलामू: पुलिस ने रांची से एक युवक को गोलीकांड के मामले में गिरफ्तार किया है. गोलीकांड मामले में गिरफ्तार युवक ने पलामू पुलिस को बताया कि उसका अपहरण रांची में कर लिया गया था. गिरफ्तार युवक सूरज चंद्रवंशी ने बताया कि किसी तरह बचकर निकला था. युवक के बताने के बाद पलामू पुलिस पूरे मामले में छानबीन कर रही है. अपहरण से जुड़े हुए तथ्यों को खंगाल रही है. गौरतलब है कि 21 जून को मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में राजू राम नाम के युवक को गोली मार दी गई थी. गोली मारने का आरोप सूरज पर ही लगा था.
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इस गोलीकांड के मामले में पुलिस छापेमारी करते हुए सूरज चंद्रवंशी को रांची के चुटिया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. सूरज को गिरफ्तार करने के बाद पलामू पुलिस मेदिनीनगर लेकर आई है. उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. सूरज ने पलामू पुलिस को कई अहम जानकारी दी है, जिसके बाद पुलिस आगे की जांच कर रही है. सूरज ने पुलिस को बताया है कि घटना को अंजाम देने के बाद उसे रांची चला गया था. रांची में स्टेशन के बाहर उसका स्कार्पियो सवार लोगों ने अपहरण कर लिया. अपहरण करने के अपराधी बाद उसे अज्ञात जगह पर लेकर जा रहे थे, इसी क्रम में स्कॉर्पियो से वह भाग निकला था.
इधर, पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि गोलीकांड का मुख्य आरोपी सूरज चंद्रवंशी रांची में छिपा हुआ है. इसी सूचना के आलोक में पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया है. टाउन थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस सभी बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है. अपहरण की कहानी कितनी सच्ची है इसकी जांच की जा रही है.
दो गुटों के संघर्ष में चली गोली: दरअसल राजू राम गोलीकांड के दो गुटों की आपसी संघर्ष की कहानी है. पलामू चैनपुर थाना क्षेत्र में पंकज नाम के एक युवक का अपहरण करके पिटाई की गई थी. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मारपीट की घटना में शामिल कुछ आरोपी पंकज के दोस्त सूरज चंद्रवंशी के घर गए थे. इसी क्रम में फायरिंग की घटना हुई थी. फायरिंग की घटना में राजू को गोली लगी थी. राजूराम को गोली मारने का आरोप सूरज चंद्रवंशी पर लगा था. राजू राम को इलाज के लिए मेदिनीनगर के एक निजी क्लिनिक में भर्ती करवाया गया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है.