पलामूः जिला के छतरपुर और हुसैनाबाद सीमावर्ती क्षेत्र में हुए नक्सली हमले के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. 10 लाख के इनामी माओवादी कमांडर नितेश यादव, संजय गोदराम, सितामराम रजवार समेत कई अज्ञात नक्सली के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है.
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23 अगस्त की घटना को लेकर छतरपुर के लठेया पिकेट प्रभारी के फर्द बयान के आधार पर आरोपी माओवादियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, यूएपीए की धाराओं में एफआईआर दर्ज किया गया है. प्राथमिकी होने के बाद में माओवादियों के खिलाफ पुलिस का सर्च अभियान जारी है. इस सर्च अभियान में सीआरपीएफ 134 बटालियन जवान के साथ जिला बल शामिल है.
पलामू के हुसैनाबाद छतरपुर सीमावर्ती क्षेत्र में भाकपा माओवादियों के दस्ते ने बीते बुधवार को रोड निर्माण में लगी आठ वाहनों को फूंक दिया था. इतना ही नहीं उन्होंने यहां के कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की थी. इस संबंध में छतरपुर थाना प्रभारी शेखर कुमार ने बताया कि आरोपी नक्सलियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
घटना से दो दिन पहले कर्मियों से लोगों की हुई थी बहसः मिली जानकारी के अनुसार रोड निर्माण स्थल पर कुछ लोग पहुंचे और कंपनी के कर्मियों के साथ बहस की थी. इस बहस के दौरान लोगों ने कर्मियों को देख लेने की धमकी दी थी. इसके दो दिन के आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया. वहीं निर्माण कार्य के बाद सभी मशीन और गाड़ी लठेया पिकेट में लगती थी. घटना से एक दिन पहले रात 12 बजे तक कार्य हुआ है. 13.6 किलोमीटर रोड का निर्माण किया जाना था करीब 70 प्रतिशत का पैच कार्य पूरा हो गया है. इस घटना के बाद पलामू जोन के आईजी राजकुमार लकड़ा, एसपी रिष्मा रमेशन, सीआरपीएफ 134 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट अंशु माली समेत कई अधिकारी मौजूद मौके का मुआयना भी किया था.