पलामू: जिले के नौडीहा बाजार थाना अंतर्गत ग्राम सराईडीह निवासी प्रमोद साव का 13 वर्षीय पुत्र 15 अगस्त की शाम 5:30 बजे अपने घर से छोटकी नदी की तरफ गया था. करीब 1 घंटे तक वापस नहीं आने पर परिजनों ने उसके मोबाइल पर फोन किया गया तो मोबाइल बंद पाया गया. घरवालों ने अपने स्तर से खोबबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका. इस संबंध में प्रमोद साव सराईडीह थाना नौडीहा बाजार ने अपने पुत्र की गुमशुदगी के संबंध में 16 अगस्त को आवेदन थाना में दिया, जिस पर सनहा दर्ज करते हुए पुलिस ने तत्परता से जांच पड़ताल शुरू की.
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इसी दौरान पुलिस को लापता बच्चे की साइकिल छोटकी नदी के पास झाड़ी में मिली. उस क्षेत्र में पुलिस और स्थानीय जनता के सहयोग से सघन जांच पड़ताल की जा रही थी कि थोड़ी दूर पर गुजूवा स्थित एक निजी पत्थर खदान के पास नाबालिग का शव जमीन में गड़ा हुआ पाया गया. इसकी पहचान प्रमोद साव के 13 वर्षीय पुत्र के रूप में हुई. शव के देखने से यह पाया गया कि उसके सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला कर हत्या की गई है. साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को जमीन में दफना दिया गया है. इस घटना के संबंध में मृतक के पिता के लिखित बयान के आधार पर नौडीहा बाजार थाना में अज्ञात अपराधकर्मियों के विरूद्ध मामला दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ किया गया.
घटना की जानकारी देते डीएसपी शंभू कुमार सिंह
इस बाबत छत्तरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि लगातार अनुसंधान के कम में यह ज्ञात हुआ कि 15 अगस्त को घटना के समय के आस-पास मृतक के मोबाइल नंबर पर मृतक के चचेरे भाई ने कई बार फोन किया है. इसके साथ ही एक अन्य नंबर से भी मृतक के मोबाइल पर कॉल की गई है. अनुसंधान के कम में यह भी जानकारी प्राप्त हुई कि मृतक के चचेरे भाई और उस अज्ञात नंबर के मोबाइल की अंतिम लोकेशन घटनास्थल के आस-पास ही है. अनुसंधान के क्रम में मृतक से संबंधित कई लोगों से पूछताछ की गई और संदेह के आधार पर मृतक के चचेरे भाई बिट्टू कुमार उम्र करीब 19 वर्ष सरईडीह थाना हरिहरगंज से गहन पूछताछ की गई उसने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया.
बिट्टू कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन मृतक की दुकान से तीन हजार रुपए की राखी अपनी दुकान में बेचने के लिए दी थी, जिसका पैसा बकाया था. इसी पैसे को वापस करने की बात मृतक बोला करता था, जिससे बिट्टू कुमार उससे नाराज था. मृतक और मृतक के पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी होने के कारण भी बिट्टू कुमार के मन में इससे ईष्या थी. इसी बात को लेकर घटना वाले दिन दोनों के बीच में तू-तू मैं-मैं हुई, उसके बाद बिट्टू कुमार ने उसकी हत्या कर दी. बयान के आधार पर घटना में प्रयुक्त मोबाइल, मृतक की चप्पल और पत्थर को जब्त किया गया है. इस घटना के संबंध में मृतक के अपने चचेरे भाई बिट्टू कुमार को विधिवत गिरफ्तार करते हुए कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजा दिया.