पलामूः सीएम हेमंत सोरेन शुक्रवार को नक्सल प्रभावित क्षेत्र बूढ़ा पहाड़ पहुंचे. सीएम के साथ मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और डीजीपी नीरज सिन्हा के साथ साथ सीआरपीएफ के आजी अमित कुमार साथ में है. बूढ़ा पहाड़ से नक्सलियों को भगाने के बाद पहली बार कोई मुख्यमंत्री यहां पहुंचा है.
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मुख्यमंत्री बूढ़ा पहाह को नक्सल मुक्त होने की घोषणा करने के साथ साथ बूढ़ा पहाड़ डवलपमेंट प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया. इस दौरान ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्या जाना. मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि अब सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. इसके साथ ही इस पूरे इलाके को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बूढ़ा पहाड़ पर करीब तीन घंटे रुकें. इस दौरान सीएम ने कई जनहित की योजनाओं के साथ साथ बूढ़ा पहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया. इसके साथ ही डाकिया योजना की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हर गांव को मुख्य सड़क से जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही प्रत्येक गांव में पानी, बिजली और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा. इसको लेकर प्रयास शुरू कर दिया गया है.
सीएम के आगमन को लेकर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. कार्यक्रम स्थल पर कई स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. कोबरा और सीआरपीएफ ने पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली हुई थी. बता दें कि बूढ़ा पहाड़ पर सितंबर महीने में माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑक्टोपस शुरू किया गया था. इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने पहली बार बूढ़ा पहाड़ से नक्सलियों को भगाया और अपने कब्जा में किया. अब बूढ़ा पहाड़ पर सुरक्षाबलों ने आधा दर्जन के करीब अपने कैंप स्थापित किया है. इन कैंप में कोबरा, सीआरपीएफ, जगुआर के जवानों को तैनात है.