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झोलाछाप डॉक्टर ने ली मासूम की जान, इंजेक्शन लगाते ही हो गई मौत

पलामू के लेस्लीगंज के गोराडीह खास निवासी शिवनाथ शर्मा के बेटे आठ वर्षीय रिंकू शर्मा की गलत इंजेक्शन देने से मौत हो गई. मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इधर डॉक्टर भी क्लिनिक बंद कर फरार हो गया है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

रोते बिलखते परिजन
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Published : Aug 7, 2019, 7:26 PM IST

पलामू: झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल कसने के लिए सरकार लगातार दावा करती रही है, लेकिन झोलाछाप डॉक्टर प्रैक्टिस करने से बाज नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल में बरती जा रही लापरवाही की कीमत एक मासूम को फिर जान देकर चुकानी पड़ी.

मासूम की मौत के बाद मातम


इंजेक्शन लगते ही बच्चे की हालत बिगड़ी
लेस्लीगंज के गोराडीह खास निवासी शिवनाथ शर्मा के बेटे आठ वर्षीय रिंकू शर्मा की गलत इंजेक्शन देने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात से रिंकू शर्मा को बुखार था. जिसके बाद मंगलवार की बच्चे को लेकर इलाज कराने सगालिम बस स्टैंड स्थित डॉक्टर मुख्तार अंसारी के क्लिनिक में गई थी. जहां मुख्तार अंसारी द्वारा ब्लड का सैंपल लेकर उसे एक इंजेक्शन लगाया गया. लेकिन इंजेक्शन लगते ही रिंकू शर्मा को उल्टी होने लगी. देखते ही देखते बच्चे की हालत बिगड़ने लगी.

डॉक्टर फरार
गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने परिजनों को सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी. जिसके बाद आनन-फानन में परिजन बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां जांच पड़ताल के दौरान चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. लेस्लीगंज पुलिस बुधवार की सुबह बच्चे के शव को पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है.

ये भी पढ़ें- बड़ी दीदी के रूप में हमेशा मुझे सुषमा स्वराज का स्नेह मिला: अर्जुन मुंडा

पुलिस कर रही छापेमारी
घटना को लेकर मृतक की मां कालो देवी ने लेस्लीगंज थाना में डॉक्टर मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया है. इधर घटना के बाद से डॉक्टर क्लिनिक बंद कर फरार हो गया है. थाना प्रभारी बिरेन मिंज ने बताया कि आरोपी डॉक्टर की धर पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

पलामू: झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल कसने के लिए सरकार लगातार दावा करती रही है, लेकिन झोलाछाप डॉक्टर प्रैक्टिस करने से बाज नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल में बरती जा रही लापरवाही की कीमत एक मासूम को फिर जान देकर चुकानी पड़ी.

मासूम की मौत के बाद मातम


इंजेक्शन लगते ही बच्चे की हालत बिगड़ी
लेस्लीगंज के गोराडीह खास निवासी शिवनाथ शर्मा के बेटे आठ वर्षीय रिंकू शर्मा की गलत इंजेक्शन देने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात से रिंकू शर्मा को बुखार था. जिसके बाद मंगलवार की बच्चे को लेकर इलाज कराने सगालिम बस स्टैंड स्थित डॉक्टर मुख्तार अंसारी के क्लिनिक में गई थी. जहां मुख्तार अंसारी द्वारा ब्लड का सैंपल लेकर उसे एक इंजेक्शन लगाया गया. लेकिन इंजेक्शन लगते ही रिंकू शर्मा को उल्टी होने लगी. देखते ही देखते बच्चे की हालत बिगड़ने लगी.

डॉक्टर फरार
गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने परिजनों को सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी. जिसके बाद आनन-फानन में परिजन बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां जांच पड़ताल के दौरान चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. लेस्लीगंज पुलिस बुधवार की सुबह बच्चे के शव को पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है.

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पुलिस कर रही छापेमारी
घटना को लेकर मृतक की मां कालो देवी ने लेस्लीगंज थाना में डॉक्टर मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया है. इधर घटना के बाद से डॉक्टर क्लिनिक बंद कर फरार हो गया है. थाना प्रभारी बिरेन मिंज ने बताया कि आरोपी डॉक्टर की धर पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

Intro:झोलाछाप डॉक्टर ने ली मासूम की जान।

सामान्य बुखार होने पर बच्चे को झोलाछाप डॉक्टर के पास दिखाने गई थी मां।
इंजेक्शन लगाने के कुछ सेकंड बाद ही बच्चे की हालत बिगड़ी, मौत।


झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल कसने के लिए सरकार लाखों दावा करती रही है। लेकिन झोलाछाप डॉक्टर प्रेक्टिस करने से बाज नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल में बरती जा रही लापरवाही की कीमत एक मासूम को फिर जान देकर चुकानी पड़ी। लेस्लीगंज के गोराडीह खास निवासी शिवनाथ शर्मा के पुत्र रिंकू शर्मा(08) की गलत इंजेक्शन देने से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात से रिंकू शर्मा को बुखार लग रहा था। जिसके बाद मंगलवार की सुबह मां कालो देवी बच्चे को लेकर इलाज कराने सगालिम बस स्टैंड स्थित झोलाछाप डॉक्टर मुख्तार अंसारी के क्लिनिक में गई थी। जहां मुख्तार अंसारी द्वारा ब्लड का सैंपल लेकर उसे एक इंजेक्शन लगाया गया था। लेकिन इंजेक्शन लगते ही रिंकू शर्मा को उल्टी होने लगी थी। देखते ही देखते बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। गंभीर हालत को देखते हुए झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों को सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद आनन-फानन में परिजन बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। जहां जांच पड़ताल के दौरान चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। लेस्लीगंज पुलिस बुधवार की सुबह बच्चे के शव को पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है। उसके मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। घटना को लेकर मृतक की मां कालो देवी ने लेस्लीगंज थाना में दोषी झोलाछाप डॉक्टर मुख्तार अंसारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराया है। इधर घटना के बाद से डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार हो गया है। थाना प्रभारी बिरेन मिंंज ने बताया कि आरोपी डॉक्टर की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बिना डिग्री झोलाछाप डॉक्टर करते हैं प्रैक्टिस

जानकारी के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से अपनी प्रैक्टिस कर रहे हैं। अक्सर पाया जाता है कि ऐसे लोगों के पास कोई वैद्य डिग्री या लाइसेंस भी नहीं होता। वे अपने क्लीनिक में बड़ी मात्रा में दवाइयां भी रखते हैं। बावजूद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कोई करवाई नहीं किया जाता है। जिससे गलत इंजेक्शन लगने या इलाज होने से आए दिन लोगों की मौत हो रही है।Body:झोलाछाप डॉक्टर ने ली मासूम की जान।

सामान्य बुखार होने पर बच्चे को झोलाछाप डॉक्टर के पास दिखाने गई थी मां।
इंजेक्शन लगाने के कुछ सेकंड बाद ही बच्चे की हालत बिगड़ी, मौत।


झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल कसने के लिए सरकार लाखों दावा करती रही है। लेकिन झोलाछाप डॉक्टर प्रेक्टिस करने से बाज नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल में बरती जा रही लापरवाही की कीमत एक मासूम को फिर जान देकर चुकानी पड़ी। लेस्लीगंज के गोराडीह खास निवासी शिवनाथ शर्मा के पुत्र रिंकू शर्मा(08) की गलत इंजेक्शन देने से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात से रिंकू शर्मा को बुखार लग रहा था। जिसके बाद मंगलवार की सुबह मां कालो देवी बच्चे को लेकर इलाज कराने सगालिम बस स्टैंड स्थित झोलाछाप डॉक्टर मुख्तार अंसारी के क्लिनिक में गई थी। जहां मुख्तार अंसारी द्वारा ब्लड का सैंपल लेकर उसे एक इंजेक्शन लगाया गया था। लेकिन इंजेक्शन लगते ही रिंकू शर्मा को उल्टी होने लगी थी। देखते ही देखते बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। गंभीर हालत को देखते हुए झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों को सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद आनन-फानन में परिजन बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। जहां जांच पड़ताल के दौरान चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। लेस्लीगंज पुलिस बुधवार की सुबह बच्चे के शव को पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है। उसके मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। घटना को लेकर मृतक की मां कालो देवी ने लेस्लीगंज थाना में दोषी झोलाछाप डॉक्टर मुख्तार अंसारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराया है। इधर घटना के बाद से डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार हो गया है। थाना प्रभारी बिरेन मिंंज ने बताया कि आरोपी डॉक्टर की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बिना डिग्री झोलाछाप डॉक्टर करते हैं प्रैक्टिस

जानकारी के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से अपनी प्रैक्टिस कर रहे हैं। अक्सर पाया जाता है कि ऐसे लोगों के पास कोई वैद्य डिग्री या लाइसेंस भी नहीं होता। वे अपने क्लीनिक में बड़ी मात्रा में दवाइयां भी रखते हैं। बावजूद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कोई करवाई नहीं किया जाता है। जिससे गलत इंजेक्शन लगने या इलाज होने से आए दिन लोगों की मौत हो रही है।Conclusion:झोलाछाप डॉक्टर ने ली मासूम की जान।

सामान्य बुखार होने पर बच्चे को झोलाछाप डॉक्टर के पास दिखाने गई थी मां।
इंजेक्शन लगाने के कुछ सेकंड बाद ही बच्चे की हालत बिगड़ी, मौत।


झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल कसने के लिए सरकार लाखों दावा करती रही है। लेकिन झोलाछाप डॉक्टर प्रेक्टिस करने से बाज नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल में बरती जा रही लापरवाही की कीमत एक मासूम को फिर जान देकर चुकानी पड़ी। लेस्लीगंज के गोराडीह खास निवासी शिवनाथ शर्मा के पुत्र रिंकू शर्मा(08) की गलत इंजेक्शन देने से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात से रिंकू शर्मा को बुखार लग रहा था। जिसके बाद मंगलवार की सुबह मां कालो देवी बच्चे को लेकर इलाज कराने सगालिम बस स्टैंड स्थित झोलाछाप डॉक्टर मुख्तार अंसारी के क्लिनिक में गई थी। जहां मुख्तार अंसारी द्वारा ब्लड का सैंपल लेकर उसे एक इंजेक्शन लगाया गया था। लेकिन इंजेक्शन लगते ही रिंकू शर्मा को उल्टी होने लगी थी। देखते ही देखते बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। गंभीर हालत को देखते हुए झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों को सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद आनन-फानन में परिजन बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। जहां जांच पड़ताल के दौरान चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। लेस्लीगंज पुलिस बुधवार की सुबह बच्चे के शव को पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है। उसके मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। घटना को लेकर मृतक की मां कालो देवी ने लेस्लीगंज थाना में दोषी झोलाछाप डॉक्टर मुख्तार अंसारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराया है। इधर घटना के बाद से डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार हो गया है। थाना प्रभारी बिरेन मिंंज ने बताया कि आरोपी डॉक्टर की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बिना डिग्री झोलाछाप डॉक्टर करते हैं प्रैक्टिस

जानकारी के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से अपनी प्रैक्टिस कर रहे हैं। अक्सर पाया जाता है कि ऐसे लोगों के पास कोई वैद्य डिग्री या लाइसेंस भी नहीं होता। वे अपने क्लीनिक में बड़ी मात्रा में दवाइयां भी रखते हैं। बावजूद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कोई करवाई नहीं किया जाता है। जिससे गलत इंजेक्शन लगने या इलाज होने से आए दिन लोगों की मौत हो रही है।
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