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पलामू में पंचायत चुनावः शराब की तस्करी के लिए इंटरस्टेट सीमा पर पुलिस का खास प्लान, जानिए क्या है वो

झारखंड में पंचायत चुनाव की कवायद शुरू हो गी है. एक ओर प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर रहे हैं, दूसरी ओर प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा है. इधर पलामू में पंचायत चुनाव में शराब की खपत के लिए तस्करी की आशंका भी बढ़ गई है. इससे इसे रोकना पुलिस के लिए चुनौती बन गई है. हालांकि पुलिस की ओर से इंटरस्टेट सीमा पर खास तैयारी है. ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट से जानिए, क्या है पुलिस का एक्शन प्लान.

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पलामू में पंचायत चुनाव
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Published : Apr 25, 2022, 5:05 PM IST

पलामूः पंचायत चुनाव में शराब की तस्करी की आशंका ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है. अपनी चिंता दूर कर चुनाव में शराब की खपत और तस्करी रोकने के लिए पुलिस ने भी प्लान बनाया है. इस कड़ी में इंटरस्टेट बॉर्डर पर विशेष तैयारी की जा रही है. पलामू की करीब 70 से 80 किलोमीटर सीमा बिहार सीमा से सटी हुई है. 2021-22 में अब तक 93 करोड़ रुपये की शराब पलामू में खपत हुई है जबकि इंटरस्टेट बॉर्डर पर लाखों रुपये की शराब पकड़ी गई है. वहीं विदेशी शराब के साथ-साथ महुआ का कारोबार भी पलामू में बड़े पैमाने पर है. इसलिए चुनाव में शराब का इस्तेमाल रोकने के लिए पुलिस ने खास प्लान बनाया है.

इसे भी पढ़ें- पंचायत चुनाव 2022: थानों में जमा होंगे लाइसेंसी हथियार, पलामू में 1850 से अधिक लोगों को भेजा गया नोटिस

पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने साफ तौर पर कहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान शराब के कारोबार को लेकर पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है. इंटरस्टेट बॉर्डर के साथ-साथ पूरे जिले में खास तैयारी की जा रही है. जिससे पंचायत चुनाव के दौरान अवैध शराब की तस्करी पर पूरी तरह से लगाम लगाने का पूरा प्रयास किया जाएगा.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

चेकपोस्ट बनाकर इंटरस्टेट बॉर्डर सील किए जाएंगेः
पंचायत चुनाव में शराब के इस्तेमाल को लेकर अंतरराज्यीय सीमा सील किए जाने की योजना है ताकि शराब की तस्करी नहीं हो पाए. इसके लिए कई इलाकों में चेक पोस्ट बनाया है. पलामू एसपी ने कहा कि शराब की तस्करी रोकने के लिए इंटरस्टेट बॉर्डर पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं और जवानों की तैनाती की जा रही है. साथ ही पलामू पुलिस बिहार से सटे हुए सीमावर्ती जिलों के एसपी के संपर्क में है. बिहार में पूर्णतः शराबबंदी है लेकिन शराब तस्कर किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. पलामू पुलिस ने संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की योजना तैयार की है.
पुलिस और उत्पाद विभाग की संयुक्त टीमः शराब की तस्करी को रोकने के लिए उत्पाद विभाग और पलामू पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई गई है. यह टीम अवैध शराब के खिलाफ कई इलाकों में छापेमारी करेगी. पलामू के उत्पाद अधीक्षक विमला लकड़ा ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान शराब के कारोबार को लेकर विभाग की कड़ी निगरानी है. पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त टीम बनाई गई है जो अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करेगी.

महुआ शराब का बड़े पैमाने पर कारोबारः पलामू में महुआ शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर फैला हुआ है, लेकिन महुआ शराब गैर कानूनी है. पिछले एक वर्ष के दौरान पलामू में 126 इलाकों में अवैध महुआ शराब के खिलाफ कार्रवाई हुई है. इस कार्रवाई में 67175 किलो जावा महुआ, 5963 लीटर अवैध महुआ शराब जब्त किया गया है. जबकि शराब के अवैध कारोबार के मामले में 85 तस्कर भी गिरफ्तार हुए हैं. इस बार भी तस्करी रोकना पुलिस के लिए चुनौती जरूर है लेकिन पुलिस की ओर से तैयारी भी पुरजोर है.

पलामूः पंचायत चुनाव में शराब की तस्करी की आशंका ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है. अपनी चिंता दूर कर चुनाव में शराब की खपत और तस्करी रोकने के लिए पुलिस ने भी प्लान बनाया है. इस कड़ी में इंटरस्टेट बॉर्डर पर विशेष तैयारी की जा रही है. पलामू की करीब 70 से 80 किलोमीटर सीमा बिहार सीमा से सटी हुई है. 2021-22 में अब तक 93 करोड़ रुपये की शराब पलामू में खपत हुई है जबकि इंटरस्टेट बॉर्डर पर लाखों रुपये की शराब पकड़ी गई है. वहीं विदेशी शराब के साथ-साथ महुआ का कारोबार भी पलामू में बड़े पैमाने पर है. इसलिए चुनाव में शराब का इस्तेमाल रोकने के लिए पुलिस ने खास प्लान बनाया है.

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पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने साफ तौर पर कहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान शराब के कारोबार को लेकर पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है. इंटरस्टेट बॉर्डर के साथ-साथ पूरे जिले में खास तैयारी की जा रही है. जिससे पंचायत चुनाव के दौरान अवैध शराब की तस्करी पर पूरी तरह से लगाम लगाने का पूरा प्रयास किया जाएगा.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

चेकपोस्ट बनाकर इंटरस्टेट बॉर्डर सील किए जाएंगेः
पंचायत चुनाव में शराब के इस्तेमाल को लेकर अंतरराज्यीय सीमा सील किए जाने की योजना है ताकि शराब की तस्करी नहीं हो पाए. इसके लिए कई इलाकों में चेक पोस्ट बनाया है. पलामू एसपी ने कहा कि शराब की तस्करी रोकने के लिए इंटरस्टेट बॉर्डर पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं और जवानों की तैनाती की जा रही है. साथ ही पलामू पुलिस बिहार से सटे हुए सीमावर्ती जिलों के एसपी के संपर्क में है. बिहार में पूर्णतः शराबबंदी है लेकिन शराब तस्कर किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. पलामू पुलिस ने संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की योजना तैयार की है.
पुलिस और उत्पाद विभाग की संयुक्त टीमः शराब की तस्करी को रोकने के लिए उत्पाद विभाग और पलामू पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई गई है. यह टीम अवैध शराब के खिलाफ कई इलाकों में छापेमारी करेगी. पलामू के उत्पाद अधीक्षक विमला लकड़ा ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान शराब के कारोबार को लेकर विभाग की कड़ी निगरानी है. पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त टीम बनाई गई है जो अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करेगी.

महुआ शराब का बड़े पैमाने पर कारोबारः पलामू में महुआ शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर फैला हुआ है, लेकिन महुआ शराब गैर कानूनी है. पिछले एक वर्ष के दौरान पलामू में 126 इलाकों में अवैध महुआ शराब के खिलाफ कार्रवाई हुई है. इस कार्रवाई में 67175 किलो जावा महुआ, 5963 लीटर अवैध महुआ शराब जब्त किया गया है. जबकि शराब के अवैध कारोबार के मामले में 85 तस्कर भी गिरफ्तार हुए हैं. इस बार भी तस्करी रोकना पुलिस के लिए चुनौती जरूर है लेकिन पुलिस की ओर से तैयारी भी पुरजोर है.

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