पलामूः पंचायत चुनाव में शराब की तस्करी की आशंका ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है. अपनी चिंता दूर कर चुनाव में शराब की खपत और तस्करी रोकने के लिए पुलिस ने भी प्लान बनाया है. इस कड़ी में इंटरस्टेट बॉर्डर पर विशेष तैयारी की जा रही है. पलामू की करीब 70 से 80 किलोमीटर सीमा बिहार सीमा से सटी हुई है. 2021-22 में अब तक 93 करोड़ रुपये की शराब पलामू में खपत हुई है जबकि इंटरस्टेट बॉर्डर पर लाखों रुपये की शराब पकड़ी गई है. वहीं विदेशी शराब के साथ-साथ महुआ का कारोबार भी पलामू में बड़े पैमाने पर है. इसलिए चुनाव में शराब का इस्तेमाल रोकने के लिए पुलिस ने खास प्लान बनाया है.
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पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने साफ तौर पर कहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान शराब के कारोबार को लेकर पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है. इंटरस्टेट बॉर्डर के साथ-साथ पूरे जिले में खास तैयारी की जा रही है. जिससे पंचायत चुनाव के दौरान अवैध शराब की तस्करी पर पूरी तरह से लगाम लगाने का पूरा प्रयास किया जाएगा.
महुआ शराब का बड़े पैमाने पर कारोबारः पलामू में महुआ शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर फैला हुआ है, लेकिन महुआ शराब गैर कानूनी है. पिछले एक वर्ष के दौरान पलामू में 126 इलाकों में अवैध महुआ शराब के खिलाफ कार्रवाई हुई है. इस कार्रवाई में 67175 किलो जावा महुआ, 5963 लीटर अवैध महुआ शराब जब्त किया गया है. जबकि शराब के अवैध कारोबार के मामले में 85 तस्कर भी गिरफ्तार हुए हैं. इस बार भी तस्करी रोकना पुलिस के लिए चुनौती जरूर है लेकिन पुलिस की ओर से तैयारी भी पुरजोर है.