पलामूः बिहार में नक्सल विरोधी अभियान में तैनात सुरक्षाबलों के कारण झारखंड की पुलिस कई घंटों तक परेशान रही. दरअसल बिहार के गया के सलैया थाना क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबल शुक्रवार देर शाम पलामू के पड़वा और पाटन थाना क्षेत्र में छापेमारी की.
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बिहार के सुरक्षाबलों के असिस्टेंट कमांडेंट रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष छापेमारी में पड़वा थाना क्षेत्र से चंदन मेहता नामक युवक को पकड़ा गया जबकि पाटन थाना क्षेत्र से एक अन्य युवक को भी पकड़ा गया. सुरक्षाबल दोनों को पकड़ कर बिहार के गया जिला के सलैया थाना स्थित अपने कैंप में ले गए. लेकिन इसकी विधिवत जानकारी पलामू पुलिस को नहीं दी गयी. इस छापेमारी के दौरान सुरक्षाबल के जवान सादे लिबास में थे.
इलाके से दो युवकों के लापता होने से परिजनों ने उनके अपहरण की आशंका जताते हुए संबंधित थाना को सूचित किया. अपहरण की जानकारी मिलने के बाद पलामू पुलिस एक्टिव हुई. उन दोनों युवकों के खोज में पलामू के पड़वा, मनातू, पाटन, नावाबाजार, नावाजयपुर, बिश्रामपुर सदर समेत कई थानों की पुलिस पूरी रात परेशान रही. पलामू पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता लगाया और बिहार सुरक्षाबलों के कैंप पहुंचकर उन दोनों युवकों को मुक्त कराया.
बिहार के सुरक्षाबल दोनों युवकों पर मादक पदार्थों की तस्करी का आरोप लगाया. हालांकि इन आरोपों की उनके सुरक्षाबल पुष्टि नहीं कर पाए. पलामू पुलिस की टीम दोनों युवकों को लेकर वापस पलामू लौट रही है. पलामू के करीब आधा दर्जन थानों की पुलिस बिहार के सलैया थाना गई हुई थी. सुरक्षाबलों की लापरवाही के बाद पलामू पुलिस मामले में कार्रवाई करने की योजना तैयार की है.
एएसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि पूर्णमासी में पालम पुलिस बिहार के गया पुलिस से पत्राचार करेगी और पूरे मामले की जानकारी देगी. बिहार के सलैया में तैनात सुरक्षाबलों की टुकड़ी को नक्सल विरोधी अभियान में भाग लेना है. जबकि दूसरे राज्य में छापेमारी के लिए उसे बिहार पुलिस की मदद लेनी है. लेकिन इस प्रकार की छापेमारी से पहले बिहार पुलिस के साथ-साथ पलामू पुलिस को भी जानकारी नहीं दी गई थी.