पाकुड़: जिला के महेशपुर प्रखंड के अंचलाधिकारी को खांपुर पंचायत के निर्वाचित उपमुखिया एवं उनके समर्थक, वार्ड सदस्यों एवं ग्रामीणो ने बंधक (villagers hostage CO) बना लिया. गुस्साए पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के विरोध की वजह से एक घंटे तक अंचलाधिकारी अपनी सरकारी गाड़ी में ही बैठे रहे. मामले की जानकारी मिलते ही महेशपुर थानेदार सुनील कुमार रवि खांपुर पंचायत भवन पहुंचे और बड़ी मसक्कत के बाद सीओ को गुस्साए लोगों के चंगुल से बाहर निकाला.
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क्या है मामलाः बीते गुरुवार को खांपुर पंचायत में उपमुखिया का चुनाव बतौर निर्वाची पदाधिकारी अंचलाधिकारी रितेश जयसवाल द्वारा कराया गया था. उपमुखिया पद के लिए सालोनी हेम्ब्रम एवं लुखी सोरेन ने नामांकन परचा दाखिल किया था. मतदान के बाद मतों की गिनती करायी गयी, जिसमें दोनों प्रत्याशियों को सात-सात बराबर मत प्राप्त हुआ. सीओ द्वारा लाॅटरी करायी गयी और सालोनी हेम्ब्रम बतौर उपमुखिया निर्वाचित हुईं. सालोनी को सीओ द्वारा प्रमाण भी दे दिया गया.
शुक्रवार को सीओ उपमुखिया से दिये गये प्रमाण पत्र वापस लेने पहुंचे थे. जैसे ही सीओ ने निर्वाचित उपमुखिया से प्रमाण पत्र वापस मांगा और दुबारा चुनाव कराने की बात कही. इसी बात पर उपमुखिया सहित उनके समर्थक, वार्ड सदस्य और मौजूद ग्रामीण भड़क गये. ग्रामीणों ने सीओ की गाड़ी को घेरा और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की. मामले की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी सुनील कुमार रवि दलबल खांपुर पंचायत पहुंचे. उन्होंने सीओ को ग्रामीणो के चंगुल से बाहर निकाला.
थाना प्रभारी सुनील कुमार रवि ने बताया कि खांपुर पंचायत के कुछ ग्रामीणों द्वारा अंचलाधिकारी की गाड़ी के आगे आकर (hostage CO in Pakur) विरोध करने की मिली सूचना पर दलबल के साथ पहुंचे. वहां आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया और अंचलाधिकारी को प्रखंड मुख्यालय लाया गया. वहीं जब अंचलाधिकारी रितेश जायसवाल से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने काॅल रिसीव नहीं किया.