पाकुड़: शहीद सिद्धो कान्हू मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू हत्या मामले की सीबीआई जांच कराने, सरना धर्म कोड लागू करने, सीएनटी एसपीटी एक्ट को कड़ाई से लागू करने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. जिले के अमड़ापाड़ा, पाकुड़िया प्रखंड में आयोजित प्रदर्शन के दौरान अपने मांगों के समर्थन में आदिवासी सेंगेल के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू, सीएम हेमंत सोरेन, झारखंड विपक्षी दल नेता बाबुलाल मरांडी, झामुमो विधायक नलिन सोरेन और दिनेश विलियम मरांडी का पुतला भी फूंका.
पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल कार्यकर्ता शहीद सिद्धो कान्हू मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू हत्या मामले की सीबीआई जांच कराने, झारखंड में 1932 का डोमिसाइल लागू करने, सरना कोड लागू करने, संथाली भाषा ओलचिकी लिपि को लागू करने और संथाल परगना , छोटानागपुर कास्तकारी अधिनियम का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने की मांग कर रहे थे.
सेंगेल अभियान से जुड़े सुशांती किस्कु ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार शहीद सिद्धो कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू के हत्यारों को बचाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के गवर्नर, मुख्यमंत्री और प्रमुख नेता आदिवासी समाज के हैं. इनके रहते हुए आदिवासियों की सुरक्षा के साथ न केवल खिलवाड़ हो रहा है बल्कि विरासत, संस्कृति और धर्म पर भी कुठाराघात हो रहा है. उन्होंने सरकार से अपनी पांच सूत्रीय मांगों पर त्वरित कदम उठाने की मांग की है.
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पुतला दहन कार्यक्रम में बुद्धिनाथ मुर्मू, सुमी हांसदा, प्रमिला किस्कु, बाबुधन मुर्मू, सुनिल मुर्मू, रंजीत कुमार टुडू, रोजमेरी किस्कु, साइमन सोरेन, सिंकदर हेंब्रम, मथियस मरांडी, सबिना किस्कु, सुबंती किस्कु, सुभराम मरांडी भी मौजूद थे.