पाकुड़: कालाजार और मलेरिया से मुक्ति दिलाने के काम मे जुटे सदर प्रखंड के दर्जनों कर्मियों ने अधिकारियों से तंग आकर छिड़काव का काम बंद कर दिया है. छिड़कावकर्मियों ने मामले की लिखित शिकायत सिविल सर्जन और जिला परिषद उपाध्यक्ष से की है.
दी जा रही है धमकी
छिड़कावकर्मियों ने बताया कि रिश्वत मांगे जाने की शिकायत जब सिविल सर्जन से की गई तो उनके तरफ से काम पर लौटने की हिदायत दी गई. साथ ही काम पर नहीं लौटने पर प्राथमिकी दर्ज करा देने की धमकी दी गई. कर्मचारियों ने बताया कि केटीएस और सिविल सर्जन काम से हटा देने की भी धमकी दे रहे हैं. इस मामले में जिला परिषद उपाध्यक्ष ने बताया कि कर्मियों की शिकायत को डीसी के समक्ष रखा जाएगा और जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई कराई जाएगी. वहीं अपने ऊपर लगाए गए आरोप को लेकर हफीजुल रहमान ने बताया कि आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं. उन्होंने बताया कि दो दिन का कर्मियों का बकाया है और उनके खाते में जल्द भुगतान कर दिया जाएगा.
इसे भी पढ़ें-गिरिडीहः फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी, आरोपी गिरफ्तार
बनाई गई है टीम
इस मामले में सिविल सर्जन रामदेव पासवान ने बताया कि छिड़कावकर्मी ने बिना सूचना दिए काम बंद कर दिया है और सभी कर्मियों को काम पर वापस लौटने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन ने बताया कि छिड़कावकर्मियों की तरफ से केटीएस पर लगाए गए आरोप को लेकर एक जांच टीम बनाई गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारे तरफ से छिड़कावकर्मियों को किसी प्रकार का धमकी नहीं दी गई है.