पाकुड़: कोरोना वायरस को लेकर देश में फैले डर और इसकी रोकथाम और बचाव को लेकर लागू किए गए लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए गांव की महिलाएं कोरोना को हराने की जारी जंग में अपनी भूमिका निभा रही है. दरअसल, घरों में अपना कामकाज निपटाने के बाद गांव की महिलाए थ्री लेयर मास्क बना रही हैं ताकि इसका उपयोग कर लोग महामारी का रूप लेने वाली कोरोना वायरस से बच सकें और खुद के साथ साथ देश को सुरक्षित रख सकें. यह सब जिला प्रशासन के मुखिया कुलदीप चौधरी और डीडीसी रामनिवास यादव की पहल पर हो रहा है.
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सदर प्रखंड के हीरानंदपुर पंचायत के प्यादापुर गांव में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सखी मंडलों से जुड़ी अल्पसंख्यक समाज की महिलाएं थ्री लेयर मास्क बना रहीं हैं. इसके लिए जिला प्रशासन ने उन्हें सामग्री मुहैया कराई है और दिन रात एक कर सखी दिदियां मास्क बना रहीं हैं. इस काम में प्रति मास्क दो रुपया सखी दीदियों को मेहनताना मिल रहा है.
बता दें कि कोरोना वायरस के देश में फैलने के बाद मास्क की खरीदारी लोग जोर शोर से करने लगे हैं. बाजारों में बिक रहे मास्क की क्वालिटी भी अच्छी नहीं. प्रशासन ने जिलेवासियों को बेहतर क्वालिटी का मास्क सस्ते दर पर मुहैया कराने के साथ-साथ गांव की सखी दीदी को लॉकडाउन के दौरान रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए थ्री लेयर मास्क सखी मंडलों से बनवाने का निर्णय लिया. ये महिलाएं एक दिन में चार से पांच सौ थ्री लेयर मास्क बना रही है. झारखंड स्टेट प्रमोशन सोसायटी के सुमित कुमार ने बताया कि सखी दीदियों ने 10 हजार मास्क ने तैयार किया है. यह मास्क जिला प्रशासन को मुहैया करायी जाएगी. सखी दीदियों के तैयार किए गए मास्क की कीमत 10 रुपये तय की गयी है.