ETV Bharat / state

पाकुड़ में बालिका शिक्षा को बलः स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर से जुड़ीं ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियां

पाकुड़ में महिला साक्षरता दर (female literacy rate) 40.52 फीसदी है यानी की 44 लाख 77 हजार 61 महिलाओं की कुल आबादी में सिर्फ 1 लाख 81 हजार 433 महिलाएं ही शिक्षित हैं. लेकिन पाकुड़ के ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को स्मार्ट क्लास से जोड़ा जा रहा (rural areas girls study from smart classes)है. जिसके नतीजे भी सामने आ रहे हैं. पूरी खबर पढ़िए, ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट में.

rural areas girls study from smart classes and computers In Pakur
पाकुड़
author img

By

Published : Oct 15, 2022, 1:25 PM IST

पाकुड़: झारखंड राज्य के अंतिम छोर में बसे कम महिला साक्षरता दर वाला पाकुड़ आज लड़कियों के बीच शिक्षा की अलख जगा रहा है. जबसे आकांक्षी जिला के रूप में चयनित कर यहां के बच्चों के शैक्षणिक विकास के साथ-साथ उन्हें स्वावलंबी बनाने को लेकर काम शुरू किया गया है, तब से पाकुड़ में बालिका शिक्षा को बल मिला है. गांव की अनुसूचित जनजाति एवं अल्पसंख्यक वर्ग ही नहीं बल्कि एकल परिवार जिनके मां या पिता में से सिर्फ एक है और अनाथ बच्चियों के शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने एवं कौशल विकास कर उन्हें स्वावलंबी बनाने में जिला प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा (girls in rural areas taking education) है.

आज कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पाकुड़ (Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya Pakur) में ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियां स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर से शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. गांव में रहने वाली छात्राओं को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा ही नहीं बल्कि इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी का ज्ञान भी दिया जा रहा है. स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर की शिक्षा के सैकड़ों ग्रामीण बच्चियों की उड़ान को पंख देने का काम कर रहा (rural areas girls study from smart classes) है. सैकड़ों छात्राएं आज पूरे आत्मविश्वास के साथ शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. गरीब परिवार से आने वाली इन बच्चियों के बुलंद इरादे इनके सपनों को आने वाले दिनों में निश्चित रूप से ना केवल साकार करने में मददगार साबित होगा बल्कि इनके जीवन स्तर में भी बदलाव लाने का काम करेगा.

देखें स्पेशल रिपोर्ट


स्कूल की चौखट से जुड़ने के पहले गांव की जो बच्चियां आर्थिक लाचारी और बेबसी की वजह से घर का कामकाज के अलावा अन्य कामों में मशगूल रहती थीं. लेकिन आज ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को स्मार्ट क्लास से जोड़ा गया है. ग्रामीण लड़कियों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जा (girl education in pakur) रही है. जिससे वो आगे चलकर डॉक्टर, इंजीनियर बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं. भारत सरकार द्वारा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर रोज-रोज काम किए जा रहे हैं, इन नए प्रयोगों को लेकर वो ना केवल खुश हैं बल्कि सरकार के प्रयासों की सराहना भी खूब कर रही हैं.


इसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे काम पाकुड़ जिला में किए जा रहे हैं. क्वालिटी एजुकेशन पर शिक्षा विभाग विशेष जोर दे रहा है. जिससे गांव की छात्राएं बेहतर शिक्षा प्राप्त कर अपना भविष्य आगे निखार और संवार सके. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि छात्राओं को स्कूल एवं नैतिक शिक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर में दक्ष बनाने का भी काम किया जा रहा है.

पाकुड़: झारखंड राज्य के अंतिम छोर में बसे कम महिला साक्षरता दर वाला पाकुड़ आज लड़कियों के बीच शिक्षा की अलख जगा रहा है. जबसे आकांक्षी जिला के रूप में चयनित कर यहां के बच्चों के शैक्षणिक विकास के साथ-साथ उन्हें स्वावलंबी बनाने को लेकर काम शुरू किया गया है, तब से पाकुड़ में बालिका शिक्षा को बल मिला है. गांव की अनुसूचित जनजाति एवं अल्पसंख्यक वर्ग ही नहीं बल्कि एकल परिवार जिनके मां या पिता में से सिर्फ एक है और अनाथ बच्चियों के शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने एवं कौशल विकास कर उन्हें स्वावलंबी बनाने में जिला प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा (girls in rural areas taking education) है.

आज कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पाकुड़ (Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya Pakur) में ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियां स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर से शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. गांव में रहने वाली छात्राओं को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा ही नहीं बल्कि इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी का ज्ञान भी दिया जा रहा है. स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर की शिक्षा के सैकड़ों ग्रामीण बच्चियों की उड़ान को पंख देने का काम कर रहा (rural areas girls study from smart classes) है. सैकड़ों छात्राएं आज पूरे आत्मविश्वास के साथ शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. गरीब परिवार से आने वाली इन बच्चियों के बुलंद इरादे इनके सपनों को आने वाले दिनों में निश्चित रूप से ना केवल साकार करने में मददगार साबित होगा बल्कि इनके जीवन स्तर में भी बदलाव लाने का काम करेगा.

देखें स्पेशल रिपोर्ट


स्कूल की चौखट से जुड़ने के पहले गांव की जो बच्चियां आर्थिक लाचारी और बेबसी की वजह से घर का कामकाज के अलावा अन्य कामों में मशगूल रहती थीं. लेकिन आज ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को स्मार्ट क्लास से जोड़ा गया है. ग्रामीण लड़कियों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जा (girl education in pakur) रही है. जिससे वो आगे चलकर डॉक्टर, इंजीनियर बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं. भारत सरकार द्वारा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर रोज-रोज काम किए जा रहे हैं, इन नए प्रयोगों को लेकर वो ना केवल खुश हैं बल्कि सरकार के प्रयासों की सराहना भी खूब कर रही हैं.


इसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे काम पाकुड़ जिला में किए जा रहे हैं. क्वालिटी एजुकेशन पर शिक्षा विभाग विशेष जोर दे रहा है. जिससे गांव की छात्राएं बेहतर शिक्षा प्राप्त कर अपना भविष्य आगे निखार और संवार सके. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि छात्राओं को स्कूल एवं नैतिक शिक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर में दक्ष बनाने का भी काम किया जा रहा है.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.