पाकुड़: जिले में कोरोना वायरस से बचाव और इसकी रोकथाम को लेकर न केवल पाकुड़ जिले में बल्कि पूरे देश में पुलिस की छवि बेहतर हुई है. लोग पुलिस की कार्यशैली और व्यवहार की चारों ओर सराहना कर रहे हैं तो इसी दौरान जिले के पाकुड़िया थाने के थानेदार मदन कुमार की दबंगई ने पुलिस की छवि को तार-तार कर रख दिया है.
दरअसल, थानेदार की रसूख और हनक ने जिले की पुलिस की कार्यशैली पर दाग लगाने का काम किया है. पाकुड़िया थानेदार ने न केवल झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष हारून रसीद और उनके समधी की सरेआम पिटाई की, बल्कि उनकी महिला रिश्तेदारों के साथ भी बदसलूकी और बदतमीजी की, जो कि वीडियो में सरेआम दिख रहा है.
हारून रसीद का गुनाह सिर्फ यह था कि वह और उनके समधी अब्दुल समद के साथ की गई मारपीट का कारण जानने थानेदार के पास पहुंचे थे. थानेदार मदन कुमार ने हारून रसीद के अलावा उनके रिश्तेदारो जिसमें महिला भी शामिल थीं, उनके साथ बदसलूकी की गई और पिटाई भी.
ये भी पढ़ें: कोरोना खौफः नागरिकों ने अपनाया सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला, जिला प्रशासन कर रहा है सकारात्मक पहल
हारून रसीद ने बताया कि उनके समधी अब्दुल समद दवा लेने गये थे और पुलिस ने सब्जी हाट में अचानक लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान अब्दुल समद की एक अंगुली में चोटें आई हैं. अब्दुल समद की पिटाई का कारण जानने झामुमो नेता थानेदार के पास पहुंचे थे और वे पिटाई के शिकार हो गए.
वहीं, इस बारे में एसपी राजीव रंजन सिंह ने मामले को दुखद बताते हुए इसकी शिकायत एसडीपीओ महेशपुर से कराने की बात कही है. फिलहाल पाकुड़िया थानेदार द्वारा की गई हरकत की चारों ओर निंदा हो रही है.