पाकुड़: जिला में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के पाए जाने को लेकर प्रशासन ने जिला के सभी एंट्री प्वाइंट पर जांच कैंप लगा दिया गया है. कैंप में स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से आने-जाने वाले लोगों का सैंपल लिया जा रहा है. सभी कैंप में सुरक्षा के जबरदस्त बंदोबस्त भी किए गए हैं.
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बिना कोरोना जांच कराए नहीं कर सकेंगे जिला में प्रवेश
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि के कारण जिला के सीमावर्ती इलाकों में जांच कैंप लगाया गया है. खासकर पश्चिम बंगाल से सटे सीमावर्ती क्षेत्र पाकुड़ धुलियान रोड, महेशपुर सोनारपाड़ा रोड और पाकुड़िया नलहट्टी रोड में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कैंप लगाया गया है. जहां मेडिकल टीम लोगों का सैंपल कलेक्ट करने के साथ ही सैंपल देने वाले लोगों का नाम, पता और मोबाइल नंबर लिया जा रहा है, ताकि उन्हें मैसेज के माध्यम से उनकी रिपोर्ट की जानकारी दी सके. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उसका इलाज कराया जा सके.
इन कैंप का निरीक्षण डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी मणिलाल मंडल, एसडीओ प्रभात कुमार, सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान के अलावा संबंधित क्षेत्रों के अंचलाधिकारी और थानेदार शामिल रहे. खासकर रेलवे स्टेशन में लगाए गए कैंप में ट्रेन से आने-जाने वाले यात्रियों का जांच की जा रही है, ताकि दूसरे राज्यो से आने वाले लोग इस क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैला ना सके.
एंट्री प्वाइंट पर लगाया कैंप
डीसी कुलदीप चौधरी ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर सहित अन्य लोगों का कैंप लगाकर जांच कराया जा रहा है और इसकी निगरानी भी की जा रही है. डीसी ने कहा कि जिला में ट्रूनेट और आरटीपीसीआर से कोरोना जांच कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ट्रूनेट से की जा रही जांच की रिपोर्ट तुरंत प्राप्त हो रही है, जबकि आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट दुमका से कराई जा रही है.