पाकुड़: प्रदेश के लोगों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर हेमंत सरकार प्रतिबद्ध है. इसको लेकर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं और कई निर्माण कार्य किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में पाकुड़ के पोखरिया गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है. शनिवार को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने इस प्लांट का जायजा लिया.
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पाकुड़ में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के बन जाने से जिला के दो प्रखंड के ग्रामीणों को पीने के लिए शुद्ध गंगाजल मिल सकेगा. पेयजल एवं स्वच्छ्ता विभाग की ओर से 266 करोड़ 91 लाख की राशि से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य की शुरुआत कर दी गयी है. इसके निर्माण को लेकर मंत्री आलमगीर आलम ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया और पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए.
इस मौके पर मंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए पाकुड़ सदर प्रखंड के पोखरिया गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य शुरू करा दिया गया है. मंत्री ने बताया कि पाकुड़ सदर प्रखंड के 36 पंचायतों के 69 हजार 311 घरों के 3 लाख 52 हजार 100 आबादी इससे लाभान्वित होंगे. जबकि हिरणपुर प्रखंड के 14 पंचायत के 20 हजार 699 घरों के 1 लाख 5 हजार आबादी को हर घर नल से जल देने की योजना है.
मंत्री ने बताया कि साहिबगंज जिला के बरहरवा प्रखंड के गणेशपुर गांव से राजमहल गंगा नदी से पानी पाइप लाइन के माध्यम से पाकुड़ तक लाया जाएगा और उसे फिल्टर कर घरों तक सप्लाई किया जाएगा. मंत्री ने बताया कि अन्य प्रखंडों में भी पाइप लाइन के माध्यम से पीने का पानी पहुंचाया जाएगा. मंत्री ने निरीक्षण के दौरान योजना से जुड़े एल एंड टी कंपनी के अभियंताओं एवं पेयजल स्वच्छ्ता विभाग के अभियंताओं को 2024 तक कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया ताकि ग्रामीणों को समय पर पीने का शुद्ध पेयजल मिल सके.
वहीं पेयजल एवं स्वच्छ्ता विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 29 जनवरी 2025 तक कार्य को पूरा कराया जाएगा. उन्होंने बताया गया कि गर्मी के मौसम में मालपहाड़ी पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में बंद पत्थर खदानों में पानी स्टोर पानी को लाकर ट्रीटमेंट किया जाएगा. बताया गया कि लाभुकों को कनेक्शन लेने के लिए 300 रुपये कनेक्शन चार्ज देना होगा जबकि प्रतिमाह 60 रुपया पानी का शुल्क देना होगा. बताया गया कि जीएमसी कंपनी द्वारा गणेशपुर में इंटेक वेल का काम करेगा.