पाकुड़ : जिला मुख्यालय स्थित गोकुलपुर मैदान में हुल समिति की बैठक हुई. बैठक में जिले के बेरोजगार युवकों ने हिस्सा लिया और कोल कंपनी द्वारा बाहरी लोगों को काम देने, स्थानीय युवकों को रोजगार नही देने को लेकर चर्चा (Hul Samiti Meeting for Job in Coal Company) हुई.
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बैठक की जानकारी देते हुए हुल समिति के सक्रिय कार्यकर्ता मार्क बास्की ने बताया कि जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड में बीजीआर और दिलीप बिल्डकॉन कंपनी द्वारा कोयले का उत्खनन और परिवहन का कार्य शुरू करने से पहले सीएसआर के तहत विस्थापित और प्रभावित लोगों को सुविधा देने, बेरोजगारों को रोजगार देने का सपना दिखाकर उत्खनन का कार्य शुरू किया. लेकिन दोनों कंपनी ने न तो प्रभावित और न ही विस्थापितों को कोई सुविधा और न ही रोजगार से जोड़ा.
मार्क बास्की ने कहा कि कोल कंपनी द्वारा माइंस लेकर डंपिंग एरिया तक पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लोगों को रोजगार देने का काम किया है. उन्होंने बताया कि स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार मिले, विस्थापित और प्रभावितों को उनका हक मिले इसके लिए शासन प्रशासन हुल समिति के समक्ष बात को रखेगी. यदि इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में कोल कंपनी के खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा. कोयला और पत्थर के परिवहन को पूरी तरह ठप कर दिया जाएगा.
वहीं, समिति के रामसिंह टुडू ने बताया कि पाकुड़ जिले में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की संख्या ज्यादा है. यहां के युवा रोजगार के लिए दूसरे राज्य पलायन कर रहे हैं. जबकि यहां बड़ी- बड़ी कंपनियां कोयला और पत्थर का उत्खनन कर रही है. और बाहरी लोगों को रोजगार देने का काम कर रही. जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा.