पाकुड़: जिले में कोरोना संक्रिमत मरीजों में अचानक वृद्धि होने से प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है. वहीं मौसम बदलने से होने वाली बीमारी ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग सदर अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा निजी क्लीनिक और नर्सिंग होम पहुंच रहे हैं और बुखार, सर्दी, खांसी, सिर और शरीर दर्द जैसी समस्याएं बता रहे हैं. इन मरीजों की बढ़ रही संख्या और कोरोना मरीजों के पाए जाने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग परेशान है.
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शहरी क्षेत्र में मेडिकल टीम का गठन
जिले में सबसे ज्यादा लोग इसलिए परेशान है कि निजी क्लीनिक में प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सक इसे कोरोना की दृष्टि से नहीं बल्कि मौसम बदलने से होने वाली बीमारी बता रहे है. वहीं सरकारी अस्पताल में बुखार से पीड़ित मरीजों की कोरोना जांच कराई जा रही है, जिससे लोगों मे एक अलग ही डर पैदा हो गया है. चिकित्सकों की मानें तो अधिकांश शहरी क्षेत्र के लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाए जा रहे हैं. शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग ने एक मेडिकल टीम का गठन किया है और यह टीम शहरी क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है.
अस्पताल में किया जाएगा भर्ती
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एहतेशामउद्दीन ने बताया कि मेडिकल टीम को घर-घर सर्वे के लिए भेजा जा रहा है, ताकि सही ढंग से जांच हो सके. उन्होंने बताया कि कई ऐसे मरीज हैं जो अपनी परेशानी को अस्पताल में आकर बताने के बजाए बाजार से दवा लेकर चुपचाप रह जाते हैं, ऐसे में मेडिकल टीम यह पता लगाने का काम करेगी कि कौन लोग ऐसे है जो अपनी बीमारी को छिपाने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही अन्य किसी लोगों को कोई ऐसी लक्षण पाए गए तो उनका सैंपल लिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर उसे इलाज के लिए समय पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.