पाकुड़: नवरात्र के आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा जिले में भक्तिभाव से की गई. मंदिरों और पूजा पंडालों में महिला पुरुष और बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए पूजा अर्चना के लिए पहुंचे.
नहीं किया गया प्रसाद और भोग का वितरण
कोरोना संक्रमण के कारण जारी गाइडलाइन के मद्देनजर अधिकांश पूजा पंडालों में डाला नहीं चढ़ाया गया. जबकि कमिटी की ओर से किसी प्रकार का प्रसाद और भोग का वितरण नहीं किया गया. पूजा पंडालों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मंदिरों और पूजा पंडालों में बैरिकेटिंग कराया गया था. ताकि श्रद्धालु एक दूसरे से दूरी बनाए. वहीं कमिटी की तरफ से पंडालों में बिना मास्क के प्रवेश पर रोक है का पोस्टर भी चिपकाया गया था.
इसे भी पढ़ें-दुमका उपचुनावः सीएम सोरेन पहुंचे दुमका, कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे समीक्षा बैठक
महाष्टमी की पूजा
पुरोहित सजल चक्रवर्ती ने बताया कि महाष्टमी के मौके पर मां दुर्गा की पूजा की गई और उसके बाद संधि पूजा भी की गई. पुरोहित ने बताया कि महाष्टमी पूजा करने से सुख समृद्धि प्राप्त होता है. उन्होंने बताया कि महाष्टमी पूजा बहुत महत्व रखता है.