पाकुड: पश्चिम बंगाल के फरक्का में गंगा और तोड़ाई नदी ऊफान पर है. पाकुड़ पश्चिम बंगाल से सटा है. जिसके कारण गंगा का पानी (Ganga Water) जिले के कई निचले इलाकों में हर साल घुस जाता है. जिले के सदर प्रखंड के इलामी, रामचंद्रपुर और तारानगर पंचायत में इस बार भी गंगा का पानी घुस गया है, जिसके कारण जगह-जगह जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
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इलाके में गंगा का पानी घुस जाने से ग्रामीण परेशान हैं. वहीं किसानों का फसल भी बर्बाद हो गया है. बाढ़ प्रभावित इलाके में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की टीम जुट गई है. डीसी वरूण रंजन ने अधिकारियों के साथ जलमग्न तीनों पंचायतों का दौरा किया और ग्रामीणों से न केवल उनका हालचाल जाना, बल्कि सरकारी मदद पहुंचाने का भी भरोसा दिया. इस दौरान डीसी ने पंचायत प्रतिनिधियों से आवश्यक जानकारी ली और बीडीओ को वैसे परिवार जो जलजमाव के कारण घर में खाना नहीं बना पा रहे हैं, उन्हें सूखा राशन मुहैया कराने का निर्देश दिया.
डीसी का अधिकारियों को निर्देश
डीसी ने लोगों के जान माल का नुकसान न हो, इसके लिए रिलीफ कैंप को आइडेंटीफाइ कर अधिकारियों और कर्मियों को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत लोगों को निकाला जा सके. उन्होंने अधिकारियों को अधिक से अधिक लोगों तक सरकारी मदद पहुंचाने का निर्देश दिया.
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कई लोग नाव का सहारा लेने को मजबूर
पाकुड़ जिले में पिछले दिनों भारी बारिश होने और फरक्का में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से लोगों को चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. सदर प्रखंड के इलाकों में कई लोगों को घरों में भी गंगा का पानी घुस गया है. स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग नाव का भी सहारा लेने को मजबूर हो गए हैं.