पाकुड़: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला स्थित शमशेरगंज और पाकुड़ जिले के चांदपुर गांव के लोगों के बीच आपसी विवाद हुआ था. इस विवाद में हुए पत्थरबाजी और अगलगी की घटना के बाद उत्पन्न विवाद धीरे-धीरे शांत होने लगा है. दोनों राज्यों की पुलिस की सक्रियता और गणमान्य लोगों के सहयोग से अब चांदपुर गांव का जनजीवन सामान्य होने लगा है.
शांति बहाल करने की अपील
विवाद को खत्म करने और दोनों पक्षों के बीच शांति व्यवस्था कायम रखने को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और पाकुड़ जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से फ्लैग मार्च किया और गांव के लोगों से शांति बहाल करने की अपील की. शुक्रवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी संतोष कुमार ने जिला पुलिस के जवानों के साथ चांदपुर गांव में घंटों कैंप किया.
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मामूली विवाद को लेकर हुआ था उपद्रव
उधर, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद अंतर्गत शमशेरगंज थाने की पुलिस भी अपने सीमा क्षेत्र में घंटों गश्त करती दिखी. बीते 1 जनवरी को मामूली विवाद को लेकर हुए उपद्रव के बाद दोनों राज्यों के गांव में उत्पन्न दहशत का माहौल भी खत्म हो गया है. पत्थरबाजी और अगलगी की घटना को लेकर एसपी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि इस मामले में दर्जनभर लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
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कई दुकानें क्षतिग्रस्त
एसपी ने कहा कि झोपड़ीनुमा दुकान को लेकर दो पक्षों के बीच पत्थरबाजी हुई थी. इस पत्थरबाजी में पश्चिम बंगाल के शमशेरगंज और पाकुड़ के चांदपुर गांव की कई दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिसके बाद दोनों जगहों की पुलिस की ओर से संयुक्त रूप से फ्लैग मार्च किया गया. एसपी ने बताया कि अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.