पाकुड़: जिले के लोगों को मलेरिया, डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए लाखों रुपए से खरीदी गई फॉगिंग मशीन धूल फांक रही है. जिसको लेकर डीडीसी रामनिवास यादव ने सिविल सर्जन को फटकार लगाते हुए अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया है.
डीडीसी ने सिविल सर्जन को लगाई फटकार
जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधक की लापरवाही के चलते मच्छर जनित रोगों से रोकथाम के लिए खरीदी गई फॉगिंग मशीन धूल फांक रही है. स्वास्थ्य विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर वर्ष 2017-18 में फॉगिंग मशीन की खरीदारी की थी. खरीदारी के बाद से ही इस मशीन को अस्पताल के एक गोदाम में रख दिया था. जिसको लेकर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक के दौरान जब डीडीसी रामनिवास यादव ने सिविल सर्जन से पूछा कि क्षेत्र में मच्छर से बचाव के लिए फॉगिंग की जा रही है या नहीं. इस पर सिविल सर्जन ने कहा कि मशीन खराब है. जिसके बाद डीडीसी रामनिवास यादव सदर अस्पताल पहुंच गए और मशीनों की स्थिति के बारे में जाना. जिसके बाद डीडीसी ने बताया कि महज एक बैट्री की वजह से फॉगिंग मशीन बेकार पड़ी हुई है. जिसको लेकर डीडीसी ने सिविल सर्जन को फटकार भी लगाई और तुरंत मशीन को ठीक कराया.
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सभी प्रखंडों में किया जाएगा दवा का छिड़काव
डीडीसी रामनिवास यादव ने बताया कि हाल के दिनों में जिले में भारी बारिश हुई है और जलजमाव के कारण मच्छरों के प्रकोप बढ़े हैं. खासकर सदर प्रखंड में मच्छरों का प्रकोप अधिक है. जिस कारण खराब पड़े फॉगिंग मशीन को ठीक कराया गया. साथ ही डीडीसी ने कहा कि जल्द ही मच्छरों से बचाव के लिए जिले के सभी प्रखंडों में दवा का छिड़काव कराया जाएगा, ताकि लोग मच्छरों से होने वाले गंभीर रोगों से बच सकें.