पाकुड़ : 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने को है. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण कई राज्यों में लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है. वहीं, झारखंड सरकार भी लॉकडाउन की मियाद को बढ़ा सकती है. सरकार ने कहा है कि किसी भी गरीब को परेशानी नहीं होगी. हर संभव मदद की जाएगी.
लेकिन कोरोना वायरस से रोकथाम और उपचार को लेकर प्रशासन कितना सजग है, इसका जीता जागता उदाहरण पाकुड़ के सदर प्रखंड के शहरकोल पंचायत अंतर्गत पहाड़िया टोला के आदिम जनजाति के कुछ पहाड़िया परिवारों के लोगों में देखने को मिला.
लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर गरीबों पर
लॉकडाउन के कारण रोज कमाने खाने वाले लोगों को कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़िया लोगों के पास राशन कार्ड नहीं था और इसके कारण उन्हें राशन नहीं मिल रहा था. ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी ईटीवी भारत को दी.
सूचना मिलते ही जब ईटीवी भारत के संवाददाता शहरकोल पहाड़िया टोला पहुंचकर हकीकत की जानकारी ली, तो ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी सच निकली. वैसे पहाड़िया परिवार जिनका राशन कार्ड नहीं है, उन्हें अब तक अनाज नहीं मिला.
ईटीवी भारत ने डीसी को दी जानकारी
ईटीवी भारत ने अपने पत्रकारिता धर्म को निभाते हुए पहले इसकी सूचना डीसी कुलदीप चौधरी को फोन पर दी. सूचना मिलते ही डीसी ने सदर प्रखंड के बीडीओ को तुरंत जिनका राशन कार्ड नहीं है उन्हें राशन मुहैया कराने का निर्देश दिया.
ईटीवी भारत की पहल, मुखिया ने सराहा
डीसी को सूचना देने के आधे घंटे के अंदर ही बीडीओ संतोष कुमार प्रजापति, सीओ आलोक वरण केसरी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन, शहरकोल पहाड़िया टोला अनाज लेकर पहुंचे. अधिकारियों ने आधार कार्ड के आधार पर 35-35 किलो बोरी चावल पहाड़िया परिवारों को मुहैया कराया. बीडीओ ने राशन कार्ड बनवाने का आश्वासन दिया. ईटीवी भारत की पहल और जिला प्रशासन की सजगता को लेकर शहरकोल पंचायत के मुखिया मदन मोहन गोंड ने सराहना की.
पहाड़िया टोला के कई मजदूर लॉकडाउन में फंसे
शहरकोल पंचायत के पहाड़िया टोला के 12 से अधिक लोग मजदूरी करने राशन राज्य गए हुए हैं और लॉकडाउन की वजह से वे अपना घर वापस नहीं आ पाए हैं. लॉकडाउन की वजह से गांव की पहाड़ियां महिलाएं कोई कामकाज नहीं कर पा रही क्योंकि सरकार ने विकास कार्यों के अलावे कल कारखानों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को पूरी तरह बंद रखने का आदेश दिया है. ऐसी परिस्थिति में पहाड़िया के कुछ परिवार के सामने खाने पीने की समस्या उत्पन्न हो गई थी. राशन कार्ड नहीं रहने के कारण उन्हें दुकानों से राशन नहीं मिल पा रहा था.
किसी को परेशानी न हो, विशेष ध्यान रखेंगे-DC
वहीं, डीसी कुलदीप चौधरी ने फोन पर बताया कि जिले में कोई भी भूखा ना रहे इसके लिए मुख्यमंत्री दीदी कीचन, मुख्यमंत्री दालभात योजना के अलावे थानों में सामुदायिक रसोईघर खोला गया है. उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड के बीडीओ और सीओ को निर्देश दिया गया है कि जिले के कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इस पर विशेष ध्यान रखेंगे. इसके अलावे जहां से भी सूचना मिलती है वहां के लोगों के बीच अनाज के अलावे मास्क सेनेटाइजर वितरण करने का काम किया जा रहा है.