पाकुड़: केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन से जुड़े सैकड़ों रेल कर्मियों ने पाकुड़ रेलवे प्लेटफार्म पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल रेलकर्मी केंद्र सरकार की तरफ से अब तक बोनस घोषित नहीं किए जाने का भी विरोध कर रहे थे. प्रदर्शन का नेतृत्व इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के शाखा अध्यक्ष कामरेड अखिलेश कुमार चैबे ने किया.
प्रदर्शन में शामिल रेलकर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन और केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में पाकुड़ के अलावा नगरनवी, राजग्राम, तिलभिट्टा, गुमानी, रामपुरहाट रेलवे स्टेशन में कार्यरत रेल कर्मियों ने हिस्सा लिया. इआरएमयू के शाखा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार रेल कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारे वाजिब हक बोनस को भी बंद करने का काम किया जा रहा है. इआरएमयू नेता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में रेल कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और निर्भिकता के साथ कर रहे हैं ताकि एक स्थान से दूसरे स्थान तक वस्तुओं की आपूर्ति हो सके.
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इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन ने 22 अक्टुबर को आयोजित रेल चक्का जाम को सफल बनाने का भी संकल्प लिया. मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार ओझा, फजले रहमान, रामकुमार यादव, अमर मलहोत्रा, दीपक प्रमाणिक, अमर देव, गुंजन कुमार, विक्टर जेम्स सहित दर्जनो रेलकर्मी मौजूद थे.