पाकुड़: जिले के पाकुड़ रेलवे स्टेशन में पदस्थापित कनीय अभियंता ने एक पत्र निकाला था कि सौंदर्यीकरण के लिए रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित हनुमान मंदिर के मुख्य द्वार तोड़ा जाएगा. इस पत्र की जानकारी मंदिर कमेटी को जैसे ही मिली उन्होंने रेल अधिकरियों का विरोध करना शुरू कर दिया. यही नहीं जैसे ही इसके बार में आम लोगों को पता चला वैसे ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, सत्य सनातन संस्था, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ता स्टेशन परिसर पहुंचे और अभियंताओं के साथ अधिकरियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
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विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने मंदिर के मुख्य द्वार पर बैठकर जोर जोर हनुमान चालीसा का पाठ भी करने लगे. हनुमान चालीसा की गूंज सुनकर अभियंता सहित कई अधिकारी अपना कार्यालय छोड़कर फरार हो गए. इधर विधि व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के कारण डीसी के निर्देश पर एसडीओ, मुख्यालय डीएसपी, नगर थाना प्रभारी दलबल के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे और अधिकरियों ने रेल अधिकारी और पुलिस से वार्ता के बाद एसडीओ ने विरोध कर रहे लोगो को शांत कराया.
एसडीओ हरिवंश पंडित ने कहा कि तबतक रेल अधिकारी मंदिर कमेटी और स्थानीय गणमान्य लोगों के साथ बैठकर कोई वार्ता नहीं कर लेता तब तक मंदिर के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा. एसडीओ ने बताया कि रेल अधिकारियों और विरोध कर रहे लोगों के बीच वार्ता कर मामले की शांत करा दिया गया है. यहां विधि व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए दंडाधिकारी और अतिरिक्त बल की तैनाती की गयी है. एसडीओ ने कहा कि आगे भविष्य में ऐसी परिस्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए रेल के वरीय अधिकारियों से पत्राचार किया जाएगा. वहीं रेल के कनीय अभियंता परितोष रंजन ने दूरभाष पर बताया कि हमारी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं है. उन्होंने बताया कि जल्द इसको लेकर कमेटी और रेल के अधिकारियों के साथ बैठक पर आगे का निर्णय लिया जाएगा.