पाकुड़: आगामी 12 अप्रैल से शुरू होने वाले मिजिल्स रूबेला अभियान की सफलता को लेकर समाहरणालय के सभागार में डीडीसी शाहिद अख्तर ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें 12 अप्रैल से टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने, टीकाकरण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों, टीकाकरण की निगरानी आदि विषयों पर डीसी ने पदाधिकारियों के साथ चर्चा की और उनकी राय भी ली. इस दौरान डीडीसी ने विभाग के पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए.
तीन लाख बच्चों को टीका देने का है लक्ष्यः बैठक के बाद डीडीसी शाहिद अख्तर मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान डीडीसी ने बताया कि जिले में नौ माह से 15 वर्ष आयु के बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाना है. उन्होंने बताया कि प्रशासन ने जिले के तीन लाख बच्चों को टीका देने का लक्ष्य रखा है. डीडीसी ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने के लिए ग्रामीण इलाकों में प्रचार प्रसार करने, मिजिल्स रूबेला टीका से दूर होने वाली बीमारियों के बारे में बताने का निर्देश दिया गया है.
स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों में दिया जाएगा टीकाः डीडीसी ने बताया कि मिजिल्स रूबेला का टीका जिले के विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों में दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए शिक्षा, समाज कल्याण, पंचायती राज विभाग के अलावे स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा, ताकि शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जा सके.
बैठक में ये थे मौजूदः बैठक में सिविल सर्जन डॉ मंटु कुमार टेकरीवाल, डॉ अमित कुमार, डॉ शिरीष कुमार, समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के अलावे सभी प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आदि मौजूद थे.