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पाकुड़ में साइबर अपराधियों की करतूत, इस अस्पताल की वेबसाइट को किया हैक

साइबर अपराधियों ने पाकुड़ सदर हॉस्पिटल (Pakur Sadar Hospital) का वेबसाइट हैक कर लिया. हैक करने के बाद अवैध तरीके से जन्म प्रमाण पत्र बनाये जाने का मामला सामने आया है. इस मामले को लेकर थाने में लिखित शिकायत की दर्ज कराई गई है.

cyber criminals hacked pakur sadar hospital id made fake birth certificate
पाकुड़ सदर हॉस्पिटल
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Published : Jul 19, 2021, 10:33 AM IST

Updated : Jul 19, 2021, 11:43 AM IST

पाकुड़: साइबर अपराधी इन दिनों जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के फर्जीवाड़े में सक्रिय हो गए हैं. साइबर अपराधियों ने पाकुड़ सदर हॉस्पिटल (Pakur Sadar Hospital) में ID हैक कर अवैध तरीके से जन्म प्रमाण पत्र (Fake Birth Certificate)बनाये हैं. इन अपराधियों की सक्रियता का आलम यह है कि जिस बच्चे ने अस्पताल में जन्म लिया ही नहीं उसके भी फर्जी और जाली हस्ताक्षर से ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं. अब तक इन साइबर अपराधियों ने पाकुड़ जिले में लगभग 48 लोगों का फर्जी प्रमाणपत्र ऑनलाइन बनाया है.

ये भी पढ़ें- Cyber Crime: फोन में आए मैसेज पर एक क्लिक से खाली हो सकता है आपका अकाउंट, ऐसे रहें सुरक्षित

वेबसाइट पर मिला फर्जी जन्म प्रमाण पत्र
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र (Fake Birth Certificate) ऑनलाइन बनाने की इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब पाकुड़ सदर अस्पताल (Pakur Sadar Hospital) के डाटा एंट्री ऑपरेटर ने अपने पंजी से मिलान किया. इस दौरान कई ऐसे नाम वेबसाइट पर दिखने लगा, जिसे उन्होंने एंट्री किया ही नहीं था. ऑपरेटर ने मामले की सूचना अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एसके झा को दी. उपाधीक्षक ने प्रमाण पत्र के इस फर्जीवाड़े को लेकर थाने में लिखित शिकायत की है. अब तक पुलिस या स्वास्थ्य महकमा फर्जीवाड़े मामले में शामिल लोगों का पता नहीं लगा पाया है.

देखें पूरी खबर

ऑनलाइन प्रमाण पत्र की व्यवस्था में फर्जीवाड़ा

मिली जानकारी के मुताबिक इस फर्जीवाड़े में कुछ प्रज्ञा केंद्र के संचालक की भूमिका भी संदेह के घेरे में है. फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र (Fake Birth Certificate) ऑनलाइन बनाए जाने को लेकर उपाधीक्षक डॉ. एसके झा ने बताया की पंजी से मिलान के दौरान उप रजिस्ट्रार का जाली हस्ताक्षर कर जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन प्रमाण पत्र की व्यवस्था सदर अस्पताल में सरकार की ओर से अप्रैल 2021 में चालू की गई थी. जबकि साइबर अपराधियों ने वर्ष 1996 का भी जन्म प्रमाण पत्र निकाल लिया है.


जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का वेबसाइट हैक
डॉक्टर झा ने बताया कि साइबर अपराधियों ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के वेबसाइट को हैक कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है. डॉक्टर झा ने बताया कि ऐसे बच्चों के नाम से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए हैं, जिन्होंने अस्पताल में जन्म लिया ही नहीं है. इस मामले में नगर थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव ने बताया कि शिकायत मिली है और इसकी जांच की जा रही है.

पाकुड़: साइबर अपराधी इन दिनों जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के फर्जीवाड़े में सक्रिय हो गए हैं. साइबर अपराधियों ने पाकुड़ सदर हॉस्पिटल (Pakur Sadar Hospital) में ID हैक कर अवैध तरीके से जन्म प्रमाण पत्र (Fake Birth Certificate)बनाये हैं. इन अपराधियों की सक्रियता का आलम यह है कि जिस बच्चे ने अस्पताल में जन्म लिया ही नहीं उसके भी फर्जी और जाली हस्ताक्षर से ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं. अब तक इन साइबर अपराधियों ने पाकुड़ जिले में लगभग 48 लोगों का फर्जी प्रमाणपत्र ऑनलाइन बनाया है.

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वेबसाइट पर मिला फर्जी जन्म प्रमाण पत्र
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र (Fake Birth Certificate) ऑनलाइन बनाने की इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब पाकुड़ सदर अस्पताल (Pakur Sadar Hospital) के डाटा एंट्री ऑपरेटर ने अपने पंजी से मिलान किया. इस दौरान कई ऐसे नाम वेबसाइट पर दिखने लगा, जिसे उन्होंने एंट्री किया ही नहीं था. ऑपरेटर ने मामले की सूचना अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एसके झा को दी. उपाधीक्षक ने प्रमाण पत्र के इस फर्जीवाड़े को लेकर थाने में लिखित शिकायत की है. अब तक पुलिस या स्वास्थ्य महकमा फर्जीवाड़े मामले में शामिल लोगों का पता नहीं लगा पाया है.

देखें पूरी खबर

ऑनलाइन प्रमाण पत्र की व्यवस्था में फर्जीवाड़ा

मिली जानकारी के मुताबिक इस फर्जीवाड़े में कुछ प्रज्ञा केंद्र के संचालक की भूमिका भी संदेह के घेरे में है. फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र (Fake Birth Certificate) ऑनलाइन बनाए जाने को लेकर उपाधीक्षक डॉ. एसके झा ने बताया की पंजी से मिलान के दौरान उप रजिस्ट्रार का जाली हस्ताक्षर कर जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन प्रमाण पत्र की व्यवस्था सदर अस्पताल में सरकार की ओर से अप्रैल 2021 में चालू की गई थी. जबकि साइबर अपराधियों ने वर्ष 1996 का भी जन्म प्रमाण पत्र निकाल लिया है.


जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का वेबसाइट हैक
डॉक्टर झा ने बताया कि साइबर अपराधियों ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के वेबसाइट को हैक कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है. डॉक्टर झा ने बताया कि ऐसे बच्चों के नाम से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए हैं, जिन्होंने अस्पताल में जन्म लिया ही नहीं है. इस मामले में नगर थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव ने बताया कि शिकायत मिली है और इसकी जांच की जा रही है.

Last Updated : Jul 19, 2021, 11:43 AM IST
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