पाकुड़: अवैध बालू के उठाव और परिवहन की लगातार मिल रही सूचना पर (Illegal Sand Lifting and Transportation) गुरुवार को जिला टास्क फोर्स की टीम ने जिले के महेशपुर प्रखंड के रोलाग्राम बालू घाट पर छापेमारी की. इसका नेतृत्व डीसी वरुण रंजन ने किया. छापेमारी के दौरान बालू लदे आठ ट्रैक्टर जब्त किए गए. मामले में जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार साह ने महेशपुर थाने में सभी बालू लदे ट्रैक्टरों के मालिकों और चालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
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छापेमारी से बालू माफियाओं में हड़कंपः जिला प्रशासन की ओर से बालू के अवैध उठाव और परिवहन के खिलाफ की गयी कार्रवाई से बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया है. मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर शाम डीसी के नेतृत्व में डीएमओ, महेशपुर अंचल के अंचलाधिकारी रोलाग्राम बालू घाट जा रहे थे. इसी दौरान उनकी नजर बालू के ट्रैक्टरों पर पड़ी. जब ट्रैक्टर चालकों को जांच के लिए रोका गया तो सभी चालक गाड़ी छोड़कर भाग गये. अवैध परिवहन को लेकर सभी बालू लदे ट्रैक्टरों को महेशपुर थाने को हैंडओवर कर दिया गया है.
प्रशासन लगातार चलाएगा छापेमारी अभियानः डीसी वरुण रंजन ने बताया कि अवैध माइनिंग की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. उन्होंने बताया कि बालू हो या पत्थर अवैध खनन और परिवहन की इजाजत किसी भी हालत में नहीं दी जायेगी. यदि ऐसा पाया गया तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एनजीटी की रोक हटने के बाद पहली बार हुई छापेमारीः यहां उल्लेखनीय है कि एनजीटी द्वारा बालू के उठाव पर लगायी गयी रोक (NGT Ban on Lifting of sand From Rivers) को हटाने के दिये गये फैसले के बाद पहली बार किसी बालू घाट पर प्रशासन द्वारा छापेमारी की गयी है और बालू से लदे वाहनों को जब्त करने की कार्रवाई की गई है. बहरहाल इस कार्रवाई से बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया है.