पाकुड़: पाकुड़ जिले के बाग्तीपाड़ा मोहल्ले के दर्जनों मजदूर महीनों पहले मजदूरी के लिए हरियाणा के एनजी गढ़िया पावर प्लांट गए थे. इनका काम जिंदगी बेहतर तरीके से चल रही थी, लेकिन जैसे ही कोरोना वायरस ने देश में पांव पसारना शुरू किया इन मजदूरों की परेशानी भी बढ़ गई.
कोरोना से निपटने को लेकर पूरा देश में लॉकडाउन है और यही से इनकी परेशानी भी शुरू हो जाती है. पहले तो पावर प्लांट कंपनी ने इन्हें काम से छुट्टी दे दी और जब इनके सामने रहने और खाने की समस्या खड़ी है. मजदूरों ने वीडियो बनाकर अपनी समस्याओं को परिजनों के पास भेजा. इस वीडियो को देखकर प्रशासन हरकत में आया और डीसी कुलदीप चौधरी ने हरियाणा के जिस जिले में ये मजदूर रह रहे थे वहां के प्रशासन को न केवल वस्तु स्थिति से अवगत कराया बल्कि लॉकडाउन के दौरान उनके भोजन पानी और रहने का इंतजाम करने की अपील की.
पाकुड़ डीसी के प्रयास के बाद मजदूरों को भोजन पानी और रहने की सुविधा तो मिल गयी पर अब पाकुड़ के इन मजदूरों को परिवार से न मिलने का दर्द सताने लगा है. ईटीवी भारत ने जब मजदूरों को हरियाणा ले जाने वाले ठेकेदार मो. अलीमुल से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश पर सभी मजदूरों को कार्यस्थल से तत्काल छुट्टी दे दी गयी है. ठेकेदार ने बताया कि पाकुड़ के 26 मजदूरों का ख्याल वह पूरी तरह रख रहे हैं और इन्हें किसी प्रकार की दिक्कत लॉकडाउन के दौरान न हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है. उन्होने बताया कि हरियाणा में फंसे ये मजदूर अपने परिवार से मिलने के लिए परेशान हैं, लेकिन लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक है. इसलिए वह इस दिशा में कोई खास सहयोग कर सकते.
हरियाणा में फंसे मजदूरों को लेकर डीसी कुलदीप चैधरी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान मुवमेंट संभव नहीं है, लेकिन पाकुड़ के मजदूरों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए राज्य सरकार के माध्यम से उन राज्यों से संपर्क कर फंसे मजदूरों को हर संभव सुविधा मुहैया कराया जा रहा है.