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शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ महिलाओं ने फूंका बिगुल, कई भट्ठियों को किया ध्वस्त - महिलाओं ने शराब का किया विरोध

लोहरदगा जिले में शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ महिलाओं ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. बता दें कि महिलाएं गांव में घूम-घूमकर शराब की अवैध बिक्री कर रहे लोगों को सख्त चेतावनी देते हुए शराब की भट्ठियों को नष्ट कर दिया है.

Women protest against liquor in Lohardaga, women oppose liquor, liquor furnace destroy in Lohardaga, लोहरदगा में शराब का विरोध, महिलाओं ने शराब का किया विरोध, लोहरदगा में शराब की भट्ठी ध्वस्त
शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ महिलाओं का आंदोलन
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Published : Jun 6, 2020, 4:57 PM IST

लोहरदगा: जिले में शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ महिलाओं ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. महिलाओं ने गांव में घूम-घूमकर शराब की अवैध बिक्री कर रहे लोगों को सख्त चेतावनी दी है. साथ ही कई घरों में तैयार की जा रही शराब को निकाल कर नष्ट कर दिया गया है. महिलाओं के इस आंदोलन में कुछ युवाओं ने भी साथ दिया है. महिलाओं ने साफ तौर पर कहा है कि शराब की अवैध बिक्री किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगी. कोरोना वायरस के इस समय में शराब बेहद खतरनाक है. गांव में किसी भी हालत में शराब की बिक्री नहीं होने देंगे.

देखें पूरी खबर
कोरोना संक्रमण की भयावहता को लेकर उठाया कदमलोहरदगा के आदिवासी बहुल गांव भंडरा प्रखंड के मसमानो में ग्रामीण महिलाएं काफी संख्या में अपने घरों से निकलीं और गांव में महुआ से शराब बना रहे लोगों के घरों में घुसकर शराब की भट्ठी को ध्वस्त करते हुए जावा महुआ के शराब को नष्ट किया है.
Women protest against liquor in Lohardaga, women oppose liquor, liquor furnace destroy in Lohardaga, लोहरदगा में शराब का विरोध, महिलाओं ने शराब का किया विरोध, लोहरदगा में शराब की भट्ठी ध्वस्त
शराब नष्ट करता युवक

ये भी पढ़ें- राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज, मंत्री और राज्यसभा सांसद ने किया जीत का दावा

महिलाओं ने फूंका बिगुल

दरअसल, कोरोना संक्रमण की भयावहता को देखते हुए ग्रामीणों ने यह पहल किया है. बताया जा रहा है कि गांव लौट रहे प्रवासी मजदूरों को स्वास्थ्य जांच के बाद 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. बावजूद ग्रामीण इसका पालन नहीं कर रहे हैं. मजदूर गांव के लोगों के साथ शराब पीने के लिए बैठ जाते हैं. गांव लौटे मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने के लिए ग्रामीण मजदूरों को दबाव बनाते हैं तो वे लोग विवाद करने लग जाते हैं. ऐसे हालातों से निपटने के लिए गांव की महिलाओं ने एक बार फिर शराबबंदी का बिगुल फूंक दिया है.

लोहरदगा: जिले में शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ महिलाओं ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. महिलाओं ने गांव में घूम-घूमकर शराब की अवैध बिक्री कर रहे लोगों को सख्त चेतावनी दी है. साथ ही कई घरों में तैयार की जा रही शराब को निकाल कर नष्ट कर दिया गया है. महिलाओं के इस आंदोलन में कुछ युवाओं ने भी साथ दिया है. महिलाओं ने साफ तौर पर कहा है कि शराब की अवैध बिक्री किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगी. कोरोना वायरस के इस समय में शराब बेहद खतरनाक है. गांव में किसी भी हालत में शराब की बिक्री नहीं होने देंगे.

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शराब नष्ट करता युवक

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महिलाओं ने फूंका बिगुल

दरअसल, कोरोना संक्रमण की भयावहता को देखते हुए ग्रामीणों ने यह पहल किया है. बताया जा रहा है कि गांव लौट रहे प्रवासी मजदूरों को स्वास्थ्य जांच के बाद 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. बावजूद ग्रामीण इसका पालन नहीं कर रहे हैं. मजदूर गांव के लोगों के साथ शराब पीने के लिए बैठ जाते हैं. गांव लौटे मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने के लिए ग्रामीण मजदूरों को दबाव बनाते हैं तो वे लोग विवाद करने लग जाते हैं. ऐसे हालातों से निपटने के लिए गांव की महिलाओं ने एक बार फिर शराबबंदी का बिगुल फूंक दिया है.

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