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EXCLUSIVE: लोहरदगा में खुले में फेंका गया उपयोग में लाया गया पीपीई किट, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप - लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. कोरोना संक्रमित युवक के आत्महत्या करने के बाद उसके अंतिम संस्कार में उपयोग में लाए गए पीपीई किट और ग्लब्स को खुले में फेंक दिया गया है, जिससे लोहरदगा में संक्रमण का खतरा बढ़ चुका है. इस मामले की जानकारी जब स्वास्थ्य विभाग को दी गई तो पीपीई किट को निस्तारित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है.

Used PPE kit thrown in open in Lohardaga
खुले में फेंका गया पीपीई किट
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Published : Jun 22, 2020, 9:24 PM IST

लोहरदगा: जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर तमाम उपायों के बीच एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोना संक्रमित युवक के आत्महत्या करने के बाद उसके अंतिम संस्कार में उपयोग में लाए गए पीपीई किट और ग्लब्स को खुले में फेंक दिया गया है. ईटीवी भारत के पास इससे संबंधित एक्सक्लूसिव वीडियो है. यह मामला जब स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में दिया गया तो विभाग में हड़कंप मच गया.

देखें EXCLUSIVE रिपोर्ट



संक्रमित युवक ने की थी आत्महत्या, उपयोग में लाए गए थे पीपीई किट
महाराष्ट्र से लौटे युवक ने 8 जून की रात लोहरदगा सदर अस्पताल में आत्महत्या कर ली थी. युवक कोरोना संक्रमित पाया गया था. शव के अंतिम संस्कार को लेकर स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद और परिजनों ने कई पीपीई किट का उपयोग किया था. नियमानुसार उपयोग में लाए गए पीपीई किट को सही तरीके से एमएचए के गाइडलाइन के अनुसार निस्तारित किए जाना चाहिए था, लेकिन पीपीई किट को उपयोग में लाने के बाद मुक्तिधाम में ही खुले में फेंक दिया गया. इस घटना के इतने दिनों बाद भी किसी ने यह जानने की कोशिश नहीं की की पीपीई किट का सही डिस्पोजल हुआ या नहीं. अब जब मामले का खुलासा हुआ है तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

पीपीई किट को निस्तारित करने की प्रक्रिया शुरू

पीपीई किट को निस्तारित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. स्वास्थ्य विभाग इसमें अपना अलग दलील दे रहा है. हालांकि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को चिन्हित करने को लेकर कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है. जहां पर पीपीई किट को खुले में फेंका गया है, वहीं पर पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल का इनफील्ट्रेशन वेल और पंप हाउस स्थित है. यहीं से शहर भर में पानी की आपूर्ति होती है. यहां पर 24 घंटे दर्जनभर कर्मचारी कार्यरत रहते हैं. मुक्तिधाम में हर दिन कई शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. कई चरवाहे और ग्रामीण आसपास आते-जाते रहते हैं. यदि किसी ने पीपीई किट को छू लिया तो संक्रमण की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है. मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल रहे हैं.

इसे भी पढे़ं:- आसान लोन के चक्कर में लाखों रुपए गंवा बैठे लोग, पुलिस ने कंपनी के एमडी सहित कई को दबोचा


खुले में फेंका गया पीपीई किट
लोहरदगा में कोरोना संक्रमित युवक की आत्महत्या के बाद उपयोग में लाए गए पीपीई किट को खुले में फेंक दिया गया है. जिससे लोहरदगा में संक्रमण का खतरा बढ़ चुका है. एक-दो नहीं बल्कि कई पीपीई किट और ग्लब्स को खुले में फेंका गया है, जहां पर ग्लब्स और पीपीई किट फेंके गए हैं, वहीं पर पानी की आपूर्ति को लेकर पंप हाउस और मुक्तिधाम भी स्थित है.

लोहरदगा: जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर तमाम उपायों के बीच एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोना संक्रमित युवक के आत्महत्या करने के बाद उसके अंतिम संस्कार में उपयोग में लाए गए पीपीई किट और ग्लब्स को खुले में फेंक दिया गया है. ईटीवी भारत के पास इससे संबंधित एक्सक्लूसिव वीडियो है. यह मामला जब स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में दिया गया तो विभाग में हड़कंप मच गया.

देखें EXCLUSIVE रिपोर्ट



संक्रमित युवक ने की थी आत्महत्या, उपयोग में लाए गए थे पीपीई किट
महाराष्ट्र से लौटे युवक ने 8 जून की रात लोहरदगा सदर अस्पताल में आत्महत्या कर ली थी. युवक कोरोना संक्रमित पाया गया था. शव के अंतिम संस्कार को लेकर स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद और परिजनों ने कई पीपीई किट का उपयोग किया था. नियमानुसार उपयोग में लाए गए पीपीई किट को सही तरीके से एमएचए के गाइडलाइन के अनुसार निस्तारित किए जाना चाहिए था, लेकिन पीपीई किट को उपयोग में लाने के बाद मुक्तिधाम में ही खुले में फेंक दिया गया. इस घटना के इतने दिनों बाद भी किसी ने यह जानने की कोशिश नहीं की की पीपीई किट का सही डिस्पोजल हुआ या नहीं. अब जब मामले का खुलासा हुआ है तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

पीपीई किट को निस्तारित करने की प्रक्रिया शुरू

पीपीई किट को निस्तारित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. स्वास्थ्य विभाग इसमें अपना अलग दलील दे रहा है. हालांकि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को चिन्हित करने को लेकर कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है. जहां पर पीपीई किट को खुले में फेंका गया है, वहीं पर पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल का इनफील्ट्रेशन वेल और पंप हाउस स्थित है. यहीं से शहर भर में पानी की आपूर्ति होती है. यहां पर 24 घंटे दर्जनभर कर्मचारी कार्यरत रहते हैं. मुक्तिधाम में हर दिन कई शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. कई चरवाहे और ग्रामीण आसपास आते-जाते रहते हैं. यदि किसी ने पीपीई किट को छू लिया तो संक्रमण की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है. मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल रहे हैं.

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खुले में फेंका गया पीपीई किट
लोहरदगा में कोरोना संक्रमित युवक की आत्महत्या के बाद उपयोग में लाए गए पीपीई किट को खुले में फेंक दिया गया है. जिससे लोहरदगा में संक्रमण का खतरा बढ़ चुका है. एक-दो नहीं बल्कि कई पीपीई किट और ग्लब्स को खुले में फेंका गया है, जहां पर ग्लब्स और पीपीई किट फेंके गए हैं, वहीं पर पानी की आपूर्ति को लेकर पंप हाउस और मुक्तिधाम भी स्थित है.

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