लोहरदगाः जिले में पर्यटन विकास को अब गति मिलने की उम्मीद जगी है. राज्य सरकार के निर्देश के बाद लोहरदगा जिला प्रशासन की ओर से पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों के विकास को लेकर योजना तैयार की जा रही है. उपायुक्त दिलीप कुमार खुद इस योजना को लेकर बेहद गंभीर हैं. लोहरदगा जिले के अलग-अलग प्रखंडों में कई पर्यटन और ऐतिहासिक स्थल स्थित हैं.
इनके विकास को लेकर अब तक अपेक्षित रूप से कोशिश नहीं हो पाई थी. अब जाकर पर्यटन विकास को एक उम्मीद नजर आ रही है.
कई ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल हैं स्थित
लोहरदगा जिले में कई ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल स्थित हैं. जिसमें आठवीं से नौवीं शताब्दी के प्राचीन मंदिर, प्रकृति की हरियाली, प्रसिद्ध झरना, डैम आदि यहां की शोभा बढ़ाते हैं. इनके विकास को लेकर अब प्रयास शुरु हुआ है. पर्यटन स्थलों तक पहुंचने वाली सड़क, पर्यटकों के लिए सुविधाएं और सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है.
कई ऐसे महत्वपूर्ण कार्य इन पर्यटन स्थलों में किए जाने शुरू होंगे, जिनसे पर्यटकों का आना जाना बढ़ेगा. लोहरदगा जिले के पेशरार में लावापानी, केकरांग जलप्रपात, सेन्हा में धरधरिया जलप्रपात, नंदगांव, कंडरा, भंडरा में नंदनी डैम, कुडू में नामुदाग आदि पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर प्रशासन की ओर से योजना तैयार की जा रही है.
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हर साल इन पर्यटन स्थलों में हजारों की संख्या में लोग प्रकृति और इतिहास को जानने के लिए पहुंचते हैं. यहां के लोगों को भी अब रोजगार मिल पाएगा. पर्यटन विकास होने से क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी. प्रशासन की ओर से इन पर्यटन स्थलों के विकास से स्थानीय लोगों को जोड़ने की भी योजना है.
लोहरदगा जिले में पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर अब कोशिश तेज हो चुकी है. जिला प्रशासन की ओर से पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों के विकास को लेकर योजना तैयार की जा रही है. लोहरदगा डीसी दिलीप कुमार के नेतृत्व में पर्यटन विकास को लेकर कार्य योजना तैयार हो रही है.