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ये कैसा महिला कॉलेज!न छात्र, न शिक्षक और न ही कर्मचारी

लोहरदगा में 9 करोड़ की लागत से महिला कॉलेज का निर्माण कराया गया, लेकिन आज तक न ही कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और न ही कर्मचारी. विद्यार्थियों के नामांकन के लिए चांसलर पोर्टल भी खोला गया, लेकिन नामांकन के लिए आवेदन हुआ ही नहीं.

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महिला कॉलेज
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Published : Jun 1, 2021, 5:08 PM IST

Updated : Jun 1, 2021, 8:51 PM IST

लोहरदगा: जिले में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महिला कॉलेज का निर्माण करवाया गया है. 27 जनवरी 2021 को बरही में 9 करोड रुपए की लागत से बने महिला कॉलेज का उद्घाटन झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया. इस मौके पर झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, सांसद सुदर्शन भगत, विशुनपुर विधायक चमरा लिंडा, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति भी मौजूद थे. लोगों को काफी उम्मीद थी कि कॉलेज बनने के बाद अब यहां पर महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. लोगों की उम्मीद टूटने लगी है.

देखें स्पेशल स्टोरी


इसे भी पढ़ें: लोहरदगा में सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहल पर बदल रहा मुक्तिधाम का स्वरूप


ना तो नामांकन, ना ही शैक्षणिक संसाधन
जिले के सेन्हा प्रखंड के बरही में बने महिला कॉलेज को लेकर लोगों को काफी अपेक्षाएं हैं. झारखंड सरकार की ओर से रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत लोहरदगा में महिला कॉलेज की शुरुआत की गई है. महिला कॉलेज में नामांकन के लिए चांसलर पोर्टल भी खोला गया, लेकिन नामांकन के लिए आवेदन हुआ ही नहीं. चांसलर पोर्टल के माध्यम से कॉलेज में नामांकन की प्रक्रिया फरवरी में उद्घाटन के बाद से ही शुरू कर दी गई थी. कॉलेज में नामांकन के लिए आवेदन नहीं आने की वजह कुछ लोग कोरोना संक्रमण काल बता रहे हैं. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि स्थानीय विद्यार्थियों को जानकारी सही तरीके से नहीं मिल पाना भी इसका एक कारण है. कॉलेज में फिलहाल ताला लटका हुआ है. सन्नाटे में कॉलेज का भविष्य स्पष्ट दिखाई दे रहा है. कॉलेज में ना तो अभी तक शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और ना ही कर्मचारियों की. वर्तमान समय में कॉलेज का भवन बेकार पड़ा हुआ है. विद्यार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.



राज्य सरकार पर ठीकरा फोड़ रहे प्रतिनिधि
सेन्हा प्रखंड की प्रमुख कलावती देवी का कहना है कि पिछली सरकार के समय कॉलेज का निर्माण शुरू हुआ था, कॉलेज का उद्घाटन भी हो गया, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार महिला शिक्षा को लेकर ध्यान नहीं दे पाई है, कॉलेज का शुरू नहीं हो पाना निश्चित रूप से वर्तमान सरकार की विफलता है. वहीं जिला परिषद सदस्य राम लखन प्रसाद का कहना है कि वह तो इंतजार कर रहे थे, कि कब कॉलेज शुरू होगा, अब तक कॉलेज का शुरू नहीं होना समझ से परे है.

इसे भी पढ़ें: सिलाई मशीन से बदल रही महिलाओं की किस्मत, स्कूल ड्रेस सीकर बना रही अपना भविष्य



आसपास के विद्यार्थियों को मिलता लाभ
महिला कॉलेज के शुरू हो जाने से आसपास के विद्यार्थियों को लाभ मिलता. लोहरदगा से लेकर भंडरा प्रखंड, सेन्हा प्रखंड, लोहरदगा प्रखंड, कुडू प्रखंड, रांची जिले के बेड़ो प्रखंड, गुमला जिले के सिसई आदि क्षेत्र के महिला विद्यार्थियों को काफी फायदा होता, लेकिन वर्तमान समय में महिला कॉलेज का भवन सरकारी व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है.

लोहरदगा: जिले में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महिला कॉलेज का निर्माण करवाया गया है. 27 जनवरी 2021 को बरही में 9 करोड रुपए की लागत से बने महिला कॉलेज का उद्घाटन झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया. इस मौके पर झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, सांसद सुदर्शन भगत, विशुनपुर विधायक चमरा लिंडा, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति भी मौजूद थे. लोगों को काफी उम्मीद थी कि कॉलेज बनने के बाद अब यहां पर महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. लोगों की उम्मीद टूटने लगी है.

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ना तो नामांकन, ना ही शैक्षणिक संसाधन
जिले के सेन्हा प्रखंड के बरही में बने महिला कॉलेज को लेकर लोगों को काफी अपेक्षाएं हैं. झारखंड सरकार की ओर से रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत लोहरदगा में महिला कॉलेज की शुरुआत की गई है. महिला कॉलेज में नामांकन के लिए चांसलर पोर्टल भी खोला गया, लेकिन नामांकन के लिए आवेदन हुआ ही नहीं. चांसलर पोर्टल के माध्यम से कॉलेज में नामांकन की प्रक्रिया फरवरी में उद्घाटन के बाद से ही शुरू कर दी गई थी. कॉलेज में नामांकन के लिए आवेदन नहीं आने की वजह कुछ लोग कोरोना संक्रमण काल बता रहे हैं. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि स्थानीय विद्यार्थियों को जानकारी सही तरीके से नहीं मिल पाना भी इसका एक कारण है. कॉलेज में फिलहाल ताला लटका हुआ है. सन्नाटे में कॉलेज का भविष्य स्पष्ट दिखाई दे रहा है. कॉलेज में ना तो अभी तक शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और ना ही कर्मचारियों की. वर्तमान समय में कॉलेज का भवन बेकार पड़ा हुआ है. विद्यार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.



राज्य सरकार पर ठीकरा फोड़ रहे प्रतिनिधि
सेन्हा प्रखंड की प्रमुख कलावती देवी का कहना है कि पिछली सरकार के समय कॉलेज का निर्माण शुरू हुआ था, कॉलेज का उद्घाटन भी हो गया, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार महिला शिक्षा को लेकर ध्यान नहीं दे पाई है, कॉलेज का शुरू नहीं हो पाना निश्चित रूप से वर्तमान सरकार की विफलता है. वहीं जिला परिषद सदस्य राम लखन प्रसाद का कहना है कि वह तो इंतजार कर रहे थे, कि कब कॉलेज शुरू होगा, अब तक कॉलेज का शुरू नहीं होना समझ से परे है.

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आसपास के विद्यार्थियों को मिलता लाभ
महिला कॉलेज के शुरू हो जाने से आसपास के विद्यार्थियों को लाभ मिलता. लोहरदगा से लेकर भंडरा प्रखंड, सेन्हा प्रखंड, लोहरदगा प्रखंड, कुडू प्रखंड, रांची जिले के बेड़ो प्रखंड, गुमला जिले के सिसई आदि क्षेत्र के महिला विद्यार्थियों को काफी फायदा होता, लेकिन वर्तमान समय में महिला कॉलेज का भवन सरकारी व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है.

Last Updated : Jun 1, 2021, 8:51 PM IST
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