लोहरदगा: कृषि प्रधान इस जिले में ज्यादातर आबादी खेती पर निर्भर है. यहां के 80 फीसदी लोग खरीफ, रबी फसल के साथ-साथ सब्जियों की खेती भी करते हैं. देखा जाए तो यहां के समृद्ध किसान के सहारे गांव भी खुशहाल है. खेती पर आश्रित इस जिले में बारिश से पहले खरीफ फसल को लेकर तैयारी की जा रही है. किसानों के बीच धान बीज का वितरण किया जा रहा है. जिससे कि समय रहते किसान धान की खेती से जुड़ सकें. लोहरदगा जिले में सबसे अधिक धान की खेती ही होती है. धान बेचकर किसान अपनी जरूरतों को पूरा कर पाते हैं.
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47 हजार हेक्टेयर में धान की खेती: लोहरदगा में धान की खेती कुल 47 हजार हेक्टेयर में होती है. जिले के अमूमन सभी प्रखंडों में धान की खेती की जाती है. यही कारण है कि कृषि विभाग द्वारा धान बीज का वितरण किया जा रहा है. अब तक लगभग साढ़े तीन सौ क्विंटल हाइब्रिड धान बीज का वितरण कृषि विभाग की ओर से किसानों के बीच किया जा चुका है. राज्य सरकार की योजना के तहत बीज का वितरण हो रहा है. जिला कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम खुदरा वितरण योजना की कमान संभाले हुए हैं. जिसकी वजह से सभी प्रखंडों में बीज का वितरण तेजी से हो रहा है.