लोहरदगा: जिले में लावारिस लाशों को अब न्याय मिलेगा. पुलिस प्रशासन सक्रिय हो चुकी है. लावारिस लाशों की पहचान कराने को लेकर पुलिस की ओर से पहल की गई है. विज्ञापन जारी किए जा रहे हैं. आसपास के जिलों में संपर्क साधा जा रहा है. हत्या के मामलों में अब तक लावारिस पाए गए लाशों की पहचान कराकर कर हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजने को लेकर पुलिस जुट चुकी है. खुद एसपी प्रियंका मीना तमाम ऐसे मामलों की समीक्षा कर रही हैं, जिसमें अब तक लाशों की पहचान नहीं हो सकी है. जिसकी वजह से हत्यारे पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
अलग-अलग क्षेत्रों में मिले हैं ऐसे मामले
जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में ऐसे मामले मिले हैं, जिसमें अब तक लाशों की पहचान तक नहीं हो सकी है. लोहरदगा जिले के बगड़ू, सेन्हा, कुडू और कैरो थाना क्षेत्र में इस प्रकार के मामले ज्यादा सामने आए हैं. कई मामलों में तो पुलिस अब तक इस बात का पता भी नहीं लगा सकी है कि आखिर इन लाशों के साथ हुआ क्या था. वजह साफ है कि जब तक लाशों की पहचान नहीं हो पाएगी, तब तक हत्यारे पकड़े नहीं जाएंगे. बड़ी मुश्किल से पुलिस ने लोहरदगा जिले के सदर थाना अंतर्गत ईटा-बरही गांव में एक अधजली लाश, कैरो थाना क्षेत्र में एक युवती के बरामद शव के मामले में सफलता पाई है. अभी भी लोहरदगा जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दर्जन भर ऐसे मामले हैं, जिसमें न तो लाशों की पहचान हो सकी है और ना ही हत्यारे पकड़े गए हैं.
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ऐसे तमाम मामलों को लेकर लोहरदगा पुलिस अब बेहद सक्रियता के साथ काम कर रही है. लाशों की पहचान कराने, गुमशुदगी से संबंधित दर्ज मामलों की समीक्षा और आसपास के जिलों में लापता लोगों की बारे में पता लगाने को लेकर पुलिस अब हरकत में आ चुकी है. लोहरदगा जिले में ऐसे तमाम धूल फांक रहे फाइलों को फिर से सक्रिय कर दिया गया है, जिसमें हत्यारे अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. एसपी प्रियंका मीना भी खुद कहती हैं कि जब तक हत्यारे पकड़ में नहीं आते हैं तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगी. किसी की जान लेने वाले लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.