लोहरदगा: झारखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने लगा है. इससे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. इससे लोहरदगा भी कोरोना संक्रमण से अछूता नहीं है. प्रत्येक दिन नये-नये कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. करीब सात महीने बाद फिर से कोरोना संक्रमण फैलने लगा है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारी में जुट गया है, ताकि आपात स्थिति में कोरोना पीड़ित मरीजों को ज्यादा परेशानी झेलनी नहीं पड़े.
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एसएनसीयू और आईसीयू बनकर तैयार
लोहरदगा में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान स्थिति भयावह थी. हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो रही थी. सेकेंड वेब के दौरान जिले में 88 लोगों की मौत हो गई. इसकी वजह थी कि स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त नहीं होना. लोहरदगा में आईसीयू और वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं थी और मरीजों को इलाज के लिए रांची जाना पड़ता था. हालांकि, संभावित तीसरी लहर को देखते हुए आईसीयू, एसएनसीयू और वेंटिलेटर की व्यवस्था कर ली गई है. कोरोना संक्रमण के नोडल पदाधिकारी डॉ. शंभूनाथ चौधरी ने बताया कि ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्था कर ली गई है. उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए अलग आईसीयू की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही पांच चिकित्सकों को वेंटिलेटर संचालित करने को लेकर प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है.
इलाज की समुचित व्यवस्था
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से सीख लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. आवश्यक उपकरणों के साथ साथ दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है. नोडल पदाधिकारी ने बताया कि डेल्टा वेरिएंट के मरीज हों या फिर नये ओमीक्रोन वेरिएंट के मरीज, उनके समुचित इलाज की व्यवस्था कर ली गई है.