लोहरदगा: लोहरदगा जिला का गठन 17 मई 1983 को हुआ था. रांची से अलग कर इसे जिला बनाया गया था. तब से लेकर आज तक लोहरदगा स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में मजबूत नहीं हो सका है. कहने को तो यहां पर सदर अस्पताल है, लेकिन अब तक यह अस्पताल रेफरल की भूमिका में ही है. मरीजों को किसी भी आपात स्थिति में कहीं और रेफर कर दिया जाता है. सदर अस्पताल होने के बावजूद यहां पर सदर अस्पताल की सुविधाएं और पद सृजित नहीं है. जिसकी वजह से यहां पर ना तो चिकित्सकों की नियुक्ति हो पाती है, और ना ही तमाम सुविधाओं को बेहतर किया जा सका है. 37 साल के बाद लोहरदगा जिला को नया सदर अस्पताल भवन मिलने की उम्मीद जगी है.
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नए भवन के लिए भूमि चयनित
नए सदर अस्पताल भवन के लिए भूमि भी चयनित कर ली गई है. स्वास्थ्य विभाग के अनुरोध पर लोहरदगा सदर अंचल पदाधिकारी ने सदर प्रखंड के जुरिया रोड में कुल 4 एकड़ 63 डिसमिल जमीन चयनित हुई है. यहां पर सदर अस्पताल का अपना नया भवन बनाया जाएगा. इस परिसर में सदर अस्पताल के कई भवनों के साथ-साथ कर्मचारी और चिकित्सकों के लिए रहने के लिए आवास भी बनाया जाएगा. इसके लिए तमाम प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया गया है.
सुविधाओं से लैस होगा नया भवन
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव से भी अनुरोध किया गया है. इसके अलावा आश्वासन समिति के सदस्यों से भी अनुरोध किया गया है कि जल्द ही अब भवन निर्माण को लेकर प्रक्रिया शुरु हो. आवंटन को लेकर कोई परेशानी नहीं है. नए सदर अस्पताल भवन के निर्माण से स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया जा सकेगा. साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को पहले से अधिक और बेहतर सुविधाएं भी मिल सकेंगी.
उम्मीद की नई किरण
लोहरदगा जिला में नए सदर अस्पताल भवन निर्माण को लेकर एक उम्मीद जगी है. लगभग 37 साल के बाद लोहरदगा जिला का सपना पूरा होने जा रहा है. इसे लेकर ग्रामीण भी काफी उत्साहित है.