लोहरदगा: वर्ष 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति को लेकर अभी विवाद खत्म नहीं हुआ है. अलग-अलग राजनीतिक दल के प्रतिनिधि अलग-अलग नेताओं और समाज के अलग-अलग वर्गों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया भी काफी मायने रखती है. इस मामले पर भाजपा के लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुदर्शन भगत ने भी अपनी राय दी है(mp sudarshan bhagat statement on local policy). उन्होंने जो कुछ भी कहा है, वह बेहद महत्वपूर्ण है सुनिए सांसद ने क्या कहा है.
सरकार ने हड़बड़ी में लिया फैसलाः लोहरदगा पहुंचे सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि राज्य सरकार ने 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति को लेकर हड़बड़ी में फैसला लिया है. इसमें कई त्रुटियां हैं. जिसमें सुधार की जरूरत है. हालांकि यह फैसला बेहतर है, परंतु इसमें कई सुधार की आवश्यकता महसूस की जा रही है. सरकार को इस प्रकार का कोई भी प्रस्ताव लाने से पहले सर्वदलीय बैठक करनी चाहिए थी और सभी दलों के साथ विचार-विमर्श करते हुए जनता के हित में फैसला लेना चाहिए था.
उन्होंने कहा कि स्थानीय नीति को लेकर सरकार की ओर से लिया गया फैसला जल्दबाजी में लिया गया फैसला है. इस पर एक बार पुनर्विचार की आवश्यकता है. सांसद का यह बयान कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.