लोहरदगा: जिले में सांप्रदायिक हिंसा की घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच सांसद धीरज प्रसाद साहू ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रघुवर दास ने उन पर जो आरोप लगाया है, वह बिल्कुल निराधार है. रघुवर दास लोहरदगा में सांप्रदायिक हिंसा की आग बुझाने के लिए नहीं, बल्कि आग लगाने के लिए आए हुए थे. इससे पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लोहरदगा हिंसा की घटना को लेकर झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव और सांसद धीरज प्रसाद साहू पर गंभीर आरोप लगाए थे.
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रघुवर दास को नहीं करनी चाहिए इस तरह की बातें: सासंद धीरज प्रसाद साहू ने कहा कि कई बार चुनावी दंगल में पटखनी खा चुके रघुवर दास को अब समझ जाना चाहिए कि जनता सब कुछ समझती है. जनता जानती है कि कौन साजिश कर रहा है और कौन जनता के हित के लिए काम कर रहा है. इसलिए इस तरह के बयान से जनता को भड़काने का प्रयास नहींं करना चाहिए. जनता सब कुछ समझ चुकी है और उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें रघुवर दास को नहीं करनी चाहिए थी.
क्या था मामला: लोहरदगा जिले के सदर थाना क्षेत्र के भोक्ता बगीचा में 10 अप्रैल को सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. यहां रामनवमी मेले में आग लगाई गई और रामनवमी जुलूस पर पथराव किया गया था. इसके बाद से आसपास के इलाके में भी बवाल मचा था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने हालात पर काबू पाया था. पथराव-मारपीट और आगजनी में 10 से अधिक लोग घायल हुए थे. घायलों में से तीन लोगों की हालत नाजुक थी. इन्हें इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया था. पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. जिस गांव में यह घटना हुई थी, उस इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई थी. घटना के बाद से ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया था.