जमशेदपुर, धनबाद, लोहरदगा, पाकुड़, खूंटी, कोडरमा, देवघर, गिरिडीह: कोरोना के बढ़ने की आशंका को लेकर देशभर के अस्पतालों में कोविड-19 मॉक ड्रिल किया गया (Mock drill to deal with corona). इस मॉक ड्रिल में इक्विपमेंट, प्रोसेस और मैन पावर से जुड़ी तैयारियों को परखना गया. चीन सहित कई देशों में कोरोना जिस तरह से तबाही मचा रहा है सरकार नहीं चाहती की भारत में भी एक बार फिर उस तरह की तबाही आए. इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग कोरोना से लड़ने के लिए अपनी तैयारियों को पूरी तरह से टाइट रखना चाहती है. झारखंड में भी राजधानी रांची सहित सभी जिलों में मॉकड्रिल किया गया.
ये भी पढ़ें: रांची सदर अस्पताल में कोरोना को लेकर मॉक ड्रिल, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- हर स्थिति के लिए तैयार
जमशेदपुर में कैसी है तैयारी: जमशेदपुर में कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम में कोरोनावायरस को लेकर व्यवस्था पूरी कर ली गई है. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. जानकारी देते हुए अस्पताल के प्रबंधन ने बताया कि संक्रमित मरीजों के लिए 250 बेड की व्यवस्था की गई है, जबकि सभी डॉक्टर नर्स और अस्पताल के कर्मचारी पूरी तरह से अलर्ट हैं. अस्पताल के प्रशासक एडीएम लॉ एंड ऑर्डर एन के लाल एमजीएम अस्पताल के कोविड इंचार्ज डॉ बलराम झा नेतृत्व मे मॉक ड्रिल को संपन्न किया गया. इस दौरान अस्पताल मे तैयार कोविड वार्ड, इसकी मशीने और ववस्थाओं का निरिक्षण किया गया. अस्पताल के प्रबंधक नंद किशोर लाल ने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए शहर के सभी अस्पताल को अलर्ट कर दिया गया है. आगे जरुरत पड़ने पर और भी व्यवस्था बढ़ाई जाएगी. वहीं कोविड इंचार्ज डॉ बलराम झा ने बताया की अस्पताल मे वर्तमान में 180 बेड ऑक्सीजन के साथ तैयार है जरूरत पड़ने पर 250 बेड का कोविड केयर पूर्ण रूप से तैयार है. तमाम मशीने पूर्ण रूप से क्रियाशील हैं और कोरोना से निपटने के लिए अस्पताल पूर्ण रूप से तैयार है.
धनबाद में कोरोना को लेकर क्या है तैयारी: धनबाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से निपटने के लिये अपनी तैयारियों को लेकर SNMMCH डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में मॉक ड्रिल किया. मौके पर SNMMCH अधीक्षक डॉ. अरुण बर्णवाल, सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे. मॉक ड्रिल के माध्यम से कोविड डेडिकेटेड अस्पताल स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिकल्स आदि की उपलब्धता और क्षमताओं को जांच की गई. सिविल सर्जन डॉक्टर आलोक विश्वकर्मा ने जानकारी दी कि हमारी टीम कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. ऑक्सीजन और बेड की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. कैथलैब में 100 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं. आईसीयू सपोर्टेड बेड की संख्या 30 हैं. नौ वेंटिलेटर के अलावे बाई पैप मशीने भी उपलब्ध है. पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की भी उपलब्धता है. तीन प्लांट SNMMCH में लगे हैं. जिनमें 2600 एलपीएम ऑक्सीजन की क्षमता है. रेल अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बेड है. पूर्व में यहां 100 बेड का कोविड अस्पताल के रूप में उपयोग में लाया गया था, जरूरत पड़ने इसका उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा पीजी ब्लॉक के दो भवन अभी भी खाली पड़े हैं. यहां भी जरूरत के मुताबिक आगे की तैयारी की जाएगी. पिछली बार को कोरोना की लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है. मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी अब नही होने वाली है.
लोहरदगा में कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति: लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक तैयारियां की हैं. सदर अस्पताल परिसर में एक रेड जोन बनाया गया है. जिसमें 20 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा एनआईसीयू के आठ, पीआईसीयू के 10, आईसीयू के 5, एचडीयू के 8 बेड के अलावे कुडू प्रखंड के चिरी में 61 बेड का विशेष वार्ड बनाया गया है. सदर अस्पताल में 69 बेड में ऑक्सीजन पाइप लाइन को जोड़ा गया है. लोहरदगा सदर अस्पताल के अलावे कुडू प्रखंड के चिरी और भंडरा में ऑक्सीजन सेंटर की स्थापना की गई है. साथ ही सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का इंतजाम भी किया गया है. सदर अस्पताल में कुल 12 वेंटिलेटर की व्यवस्था है.
पाकुड़ में क्या है तैयारी: नए वैरिएंट बीएफ 7 से निपटने को लेकर सदर अस्पताल एवं कोविड अस्पताल रिंची में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओ को लेकर किये गए इंतजामों का मॉकड्रिल किया गया. सिविल सर्जन डॉक्टर मंटू कुमार टेकरीवाल, उपाधीक्षक डॉ एसके झा की मौजूदगी में संक्रमित के अस्पताल पहुंचने के बाद उन्हें दी जाने वाली ऑक्सीजन, समुचित इलाज का मॉकड्रिल किया गया. यहां सिविल सर्जन डा. मंटु कुमार टेकरीवाल ने बताया कि नये वेरियंट बीएफ 7 से निपटने को लेकर स्वास्थ विभाग द्वारा पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. उन्होंने कहा कि सावधानी और सतर्कता ही कोविड से बचने का सबसे बड़ा हथियार है.
खूंटी में भी किया गया मॉक ड्रिल: खूंटी में जिला प्रशासन ने प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सीएचसी, पीएचसी, सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल,एमसीएच मंगलवार को मॉक ड्रिल कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान पीएसए प्लांट, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, कोविड के उपचार में प्रयुक्त होने वाली दवाइयां की एसेसमेंट करने की तैयारी को अंतिम रूप दिया गया. मंगलवार को एमसीएच परिसर में मॉक ड्रिल के दौरान आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू वार्ड, ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, पाइपलाइन से ऑक्सीजन सप्लाई, विंटिलेटर, उपचार में प्रयुक्त दवाइयों, एम्बुलेंस सेवा समेत अन्य सेवाओं पर फोकस था. जिले में 18 से 45 वर्ष के 391607 लोगों को वैक्सीन का फर्स्ट डोज और 376776 लोगों को वैक्सीन का सेकंड डोज लगाया जा चुका है. 60 वर्ष से ऊपर के 7264 लोगों को,2223 हेल्थ केयर वर्कर,6056 फ्रंटलाइन वर्कर को भी कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है. 12 से 14 वर्ष के 22073 बच्चों को फर्स्ट डोज और 16269 बच्चों को सेकंड डोज लगाया जा चुका है, 15 से 18 वर्ष तक के 36710 को फर्स्ट डोज एवं 34613 को सेकंड डोज लगाया गया है. जिले में 43634 लोगों को कोरोना वैक्सीन का प्रिकॉशन डोज भी लगाया गया है.
कोडरमा में मॉकड्रिल: कोरोना में के नए वेरिएंट को लेकर उससे निपटने के लिए तैयारी तेज हो गई है. सरकार से मिले निर्देश के बाद कोडरमा में भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर एतिहात बरतने का निर्णय लिया गया है. कोडरमा के सदर अस्पताल में संक्रमण की चुनौतियों से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम भी किए जा रहे हैं. बुजुर्गों के लिए सदर अस्पताल में 10 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है इसके साथ ही सदर अस्पताल में ऑक्सीजन पलांट बनकर तैयार है. इसके अलावा दूसरे प्रदेशे से आने वाले संदिग्धों की जांच करने का भी निर्णय लिया गया है. उपायुक्त आदित्य रंजन की अगुवाई में तमाम अधिकारियों ने कोरोना से निपटने के लिए व्यवस्थाओं और संसाधनों का आकलन किया.
देवघर में क्या है स्थिति: कोरोना को लेकर अस्पतालों में मॉक ड्रिल किया गया. मंगलवार को देवघर सदर अस्पताल में भी सिविल सर्जन युगल किशोर चौधरी के नेतृत्व में अस्पताल के सभी कर्मचारियों के साथ अस्पताल के सभी उपकरणों की जांच की गई. मॉक ड्रिल में 1000 एलपीएम के ऑक्सीजन प्लांट को चालू किया गया. वहीं सदर अस्पताल में मौजूद 250 एलपीएम के ऑक्सीजन प्लांट को जल्द शुरू करने की बात कही गई. इसके साथ पीकू वार्ड, आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू वार्ड सहित अन्य वार्डों में सिविल सर्जन ने निर्देशित करते हुए कर्मचारियों को कहा कि सभी वार्ड में पाइप लाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करें. कहीं भी त्रुटि होने पर उसे जल्द से जल्द ठीक किया जाए.
गिरिडह में कोरोना: देश में कोरोना के बढ़ने की आशंका के बीच बगोदर प्रखंड में भी स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट दिखा. स्वास्थ्य विभाग ने वैसे लोगों से सभी डोज को पूरा करने की अपील की है जिन्होंने वैक्सीन का डोज पूरा नहीं लिया है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा विनय कुमार ने कहा है कि बगोदर में ऑक्सीजन स्पोटेड तीस बेड़ है. दूसरी ओर कोरोना की दस्तक के देखते हुए बीस सूत्री अध्यक्ष सरवर खान ने बगोदर में बगैर उद्घाटन के चल रहे ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन, सेंटर को सुविधाओं से लैस करने और एक्सपर्ट डाक्टरों की नियुक्ति की मांग की है. बैठक में विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं पर भी चर्चा की गई. बैठक में नहीं पहुंचने वाले विभाग के अधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछे जाने का प्रस्ताव लिया गया.