लोहरदगा: दंगा भड़काने, मारपीट, अवैध रूप से हथियार रखने सहित कई मामलों में फरार चल रहे भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली को लोहरदगा पुलिस ने लातेहार के एक गांव से गिरफ्तार किया है. नक्सली पिछले 10 सालों से पुलिस को चकमा देकर लातेहार के एक गांव में छिपा हुआ था. प्रियंका मीणा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर नक्सली को दबोचा गया है. नक्सली की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है.
लोहरदगा-गुमला के विभिन्न थानों में दर्ज है मामला
लोहरदगा जिले के जोबांग थाना पुलिस ने कई मामलों में फरार चल रहे नक्सली को धर दबोचा है. एसपी प्रियंका मीना को गुप्त सूचना मिली थी कि जोबांग थाना क्षेत्र से फरार नक्सली लातेहार जिला के छिपादोहर थाना अंतर्गत चुंगरुटोला कोरवामडाय गांव में छिपा हुआ है. इसके बाद एसपी ने जोबांग थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम गठित करते हुए छापेमारी का निर्देश दिया. जोबांग थाना पुलिस के अलावे सैट और जैप के जवानों ने लातेहार के छिपादोहर थाना अंतर्गत चुंगरुटोला कोरवामडाय गांव में छापेमारी की, जहां से नक्सली को गिरफ्तार कर लिया गया.
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पुलिस ने नक्सली की गिरफ्तारी से राहत की सांस ली है. गांव से नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार नक्सली का नाम नागेश्वर उरांव है, जो जोबांग थाना अंतर्गत सीरम गांव का रहने वाला है. नागेश्वर उरांव भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर संजय यादव के दस्ता में शामिल था. इस दौरान उसमें लोहरदगा के और गुमला के कई थाना क्षेत्रों में नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया था. पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी. अंततः गुप्त सूचना पर पुलिस ने नक्सली को धर दबोचा.